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जम्मू-कश्मीर : …तो ये है महबूबा मुफ्ती के शपथ ग्रहण में देरी का कारण!

एजेन्सी/  mehbooba-mufti_650x400_51459176879जम्मू: जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और पीडीपी के बीच हफ्तों लंबी बातचीत चली, इस दौरान कई बार तो सरकार बनने की उम्मीद टूट भी गई। लेकिन दोनों पार्टियां आखिरकार सरकार बनाने पर राजी हो गईं। अब जब दोनों ही पार्टियां राजी हो गई हैं तो अब भी सरकार के शपथ ग्रहण में देरी लोगों के समझ में नहीं आ रही है।

सूत्रों के अनुसार बीजेपी और पीडीपी नेता सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर किसी प्रकार की जल्दबाजी में नहीं हैं। माना तो यह भी जा रहा है कि शपथ ग्रहण के लिए अगले हफ्ते शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र तक का इंतजार हो रहा है। क्योंकि माना जाता है कि नवरात्र से पहले के कुछ दिन किसी प्रकार की नई शुरुआत के लिए शुभ नहीं होते।

अगर यह बात सही है तो पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को राज्य की पहली मुख्यमंत्री बनकर पद पर आसीन होने के लिए अभी 8 से 10 दिन का और इंतजार करना पड़ेगा। सूत्रों का कहना है कि राजभवन को बता दिया गया है कि सरकार का शपथग्रहण समारोह 4 से 11 अप्रैल के बीच हो सकता है।

देश की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री बनेंगी महबूबा
महबूबा शनिवार को राज्यपाल एन.एन. वोहरा से मिली थीं और उन्होंने बीजेपी के 25 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था। वह देश की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। जम्मू-कश्मीर की 87 सदस्यीय विधानसभा में पीडीपी के 27 विधायक हैं।

यह बात कि यह गठबंधन 31 मार्च से पहले शपथ नहीं लेगा, तब स्पष्ट हो गई जब वोहरा की अगुवाई वाली राज्य प्रशासनिक परिषद की सोमवार को जम्मू में बैठक हुई और वहां तीन महीने के लिए लेखानुदान मंजूर किया गया। महबूबा (56) ने साफ कर दिया है कि सरकार का ध्यान शांति, सुलह और राज्य के विकास पर होगा।

पीएम मोदी शपथग्रहण में नहीं होंगे शामिल
शनिवार को महबूबा ने इस बात से इनकार किया था कि पीडीपी और बीजेपी के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर मतभेद है। उन्होंने कहा था, ‘विभागों को लेकर हमारे बीच क्या मतभेद होगा? यह गठबंधन सरकार है और हम अलग-अलग निकाय नहीं हैं।’

सूत्रों ने बताया कि मंगलवार से तीन देशों की यात्रा पर जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अप्रैल को लौट आएंगे। लेकिन अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की संभावना नहीं है।

बीजेपी नेता निर्मल सिंह होंगे उपमुख्यमंत्री
महबूबा सर्वसम्मति से पीडीपी विधायक दल की नेता चुनी गई और उन्हें पार्टी के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया गया। उधर बीजेपी के सभी 25 विधायकों ने शीतकालीन राजधानी में बैठक कर निर्मल सिंह को अपना नेता चुना। निर्मल सिंह नई सरकार में उपमुख्यमंत्री होंगे। मुफ्ती मोहम्मद सरकार में भी वह उपमुख्यमंत्री थे।

पीडीपी और बीजेपी ने पिछले साल पहली मार्च को गठबंधन बनाया था और मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने थे। दोनों दलों ने गठबंधन के लिए एजेंडा ऑफ एलायंस बनाया था, जिसके आधार पर वह काम करेगा।

मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद आठ जनवरी को राज्यपाल शासन लगा दिया था, क्योंकि महबूबा ने तत्काल सत्ता संभालने से इनकार कर दिया था। राज्यपाल शासन अब भी लागू है।

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