जीवनशैली

जानिए मां बनने के कितने दिनों बाद संबंध बनाना चाहिए…

मां शब्द के आगे हर शब्द छोटा होता है। यह बात बिलकुल सच है कि मां के चरणों में दुनिया होती है और मां बच्चे का रिश्ता सबसे गहरा होता है। एक मां अपने बच्चे के मन की बात बिना कहे समझ जाती है। वह अपने बच्चे के लिए दुनिया से लड़ जाती है। एक लड़की के लिए मां बनने का सुख सबसे बड़ा सुख होता है। एक लड़की असल मायने में पूर्ण तभी मानी जाती है जब वह मां बनती है।

जानिए मां बनने के कितने दिनों बाद संबंध बनाना चाहिए… मां का प्रेम अपने बच्चों के लिए निस्वार्थ होता है। बच्चा भी अपनी मां की गोद में ही खुद को सबसे ज्यादा महफूज़ समझता है। वह अपनी मां की कोख में आते ही उसे पहचान लेता है। 9 महीने बाद जब वह इस दुनिया में आता है तब मां के सीने से लगकर उसे सबसे ज्यादा खुशी मिलती है। भाग्यशाली होती हैं वह महिलाएं जिन्हें मां बनने का सुख प्राप्त होता है। एक बच्चे को जन्म देने के लिए मां को असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ता है। उस समय उसकी पीड़ा का अंदाजा कोई लगा भी नहीं सकता। जरा सी चोट लगने पर जहां एक पुरुष पूरा घर सिर पर उठा लेता है। वहीं, एक महिला में सहनशक्ति इतनी ज्यादा होती है कि बच्चे को जन्म देते समय होने वाली पीड़ा को वह हंस कर सह लेती है। लेकिन बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं का शरीर काफी कमजोर हो जाता है।

डिलीवरी के बाद महिलाओं में आते हैं खास बदलाव :  जब एक महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसका शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। शरीर इतना कमजोर हो जाता है कि वह कुछ दिनों तक शारीरिक संबंध स्थापित करने की हालत में नहीं होती। डिलीवरी के बाद एक महिला के शरीर में काफी बदलाव आते हैं और ऐसे में पुरुषों को उनका खास ध्यान रखने की जरूरत है। कहते हैं कि डिलीवरी के कुछ दिनों तक पुरुष और स्त्री को शारी’रिक संबंध नहीं बनाना चाहिए और यदि वह ऐसा करते हैं तो यह महिला के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। तो अब सवाल ये है कि आखिर डिलीवरी के कितने दिनों बाद तक संबंध स्थापित नहीं करने चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए इसी सवाल का जवाब लेकर आये हैं।

संक्रमण का होता है खतरा : जैसा कि हम सभी जानते हैं डिलीवरी दो तरह की होती है- नार्मल डिलीवरी और सिजेरियन डिलीवरी। जिन महिलाओं की डिलीवरी नार्मल तरीके से होती हैं उन्हें संबंध स्थापित करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि बच्चे को जन्म देने के बाद उनका शरीर काफी कमजोर हो जाता है और उनमें इतनी क्षमता नहीं होती कि वह संबंध बनाने के दर्द को बर्दाश्त कर सके। इसके अलावा, संक्रमण का भी खतरा बना रहता है।

टांकों का भरना है जरूरी : वहीं, सिजेरियन डिलीवर ऑपरेशन के द्वारा की जाती है। इसमें पेट को काटकर बच्चे को निकाला जाता है और बाद में टांके लगाये जाते हैं। इस स्थिति में बहुत जरूरी है टांकों का भरना क्योंकि यह एक तरह का जख्म होता है जो धीरे-धीरे भरता है। ऐसे में महिलाओं को टांके भरने तक रेस्ट करना चाहिए। अगर वह इस बीच संबंध स्थापित करने की कोशिश करती हैं तो यह उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए कहा गया है कि ऑपरेशन होने के कम से कम 7 हफ्तों तक शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। यदि आप अभी-अभी मां बनी हैं या आने वाले समय में मां बनने वाली हैं तो कम से कम दो तीन महीनों तक शारी’रिक संबंध न बनाएं।

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