ज्ञान भंडार

जीवन की सभी तरह की बाधाओं से मुक्ति के लिए करें मां बगलामुखी के इस मंत्र का जाप

हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर बगलामुखी जयंती मनाई जाती है। इसी तिथि पर भगवान शिव के द्वारा प्रकट की गई दस महाविद्याओं में प्रमुख आठवीं महाविद्या माँ बगलामुखी प्रगट हुईं थीं। इस बार यह 01 मई 2020 को है। मां बगलामुखी को पीला रंग बहुत ही प्रिय होता है। इसी कारण से मां बगलामुखी को पीताम्बारा भी कहते हैं। मां बगलामुखी की साधना करने से तमाम तरह की परेशानियों और शत्रु से जुड़ी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। शत्रुओं पर विजय दिलाने वाली देवी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं  मां बगलामुखी। इनकी कृपा से साधक का जीवन हर प्रकार की बाधाओं से मुक्त हो जाता है। सारे ब्रह्माण्ड की शक्ति मिल कर भी इनका मुकाबला नहीं कर सकती।

माता बगलामुखी की पूजा करने से शत्रुओं की पराजय होती है और सभी तरह के वाद-विवाद में विजय प्राप्त होती है। मां बगलामुखी की पूजा से लाभ शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद-विवाद में विजय आदि के लिए मां बगलामुखी की साधना काफी शुभ एवं लाभ पहुंचाने वाली है। बगलामुखी मां की उपासना से हर प्रकार के तंत्र से निजात मिलती है। 

बगलामुखी मंत्र
माँ बगलामुखी की जयंती पर उनकी पूजा करते समय इस मंत्र का जप करना उपयोगी होता है।

 ‘ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय कीलय बुद्धिं नाशय ह्लीं ॐ स्वाहा’।

 

Related Articles

Back to top button