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जेके टायर फेस्टिवल ऑफ स्पीड खिताब की ओर बढ़े राष्ट्रीय रैली चैंपियन अमनप्रीत

अरुणाचल प्रदेश :  पूर्व भारतीय राष्ट्रीय रैली चैंपियन अमनप्रीत आहलुवालिया ने रविवार को जेके टायर अरुणाचल फेस्टिवल के दूसरे दिन एक बार फिर अपना दबदबा दिखाया। अमनप्रीत ने पांच विशेष चरणों में से चार जीते और वे खिताबी दौड़ में सबसे आगे बने हुए हैं। भारत में सबसे बड़ी रैली कार वर्कशॉप के मालिक नोएडा के अमनप्रीत आहलुवालिया के पास प्रतियोगिता में 28 सेकेंड की बढ़त है, वे तीसरे और आखिरी दिन के मुकाबले से पहले काफी मजबूत स्थिति में हैं। उन्होंने अबतक के छह चरण सिर्फ 34.22 मिनट में तय किये हैं। अमनप्रीत ने अपनी दमदार मारुति जिप्सी को जोशीले अंदाज में चलाते हुए ऊंची ऊंची पहाड़ियों और दुर्गम इलाकों में फतह हासिल की है।

इस रैली में शीर्ष वरीयता प्राप्त कुर्ग के के एम बोपैय्या ने अपनी 1600 सीसी वेन्टो की रफ्तार का फायदा उठाया और दिन के आखिरी चरण में जीत हासिल की। इस दौरान उन्होंने एक किलोमीटर पक्की सड़क और तीन किलोमीटर की आसान घाटी वाली सड़क पर कमाल की रफ्तार का प्रदर्शन किया। हालांकि वो बाकी के चरणों में अमनप्रीत की बराबरी नहीं कर पाए, लेकिन अमनप्रीत से बहुत पीछे भी नहीं हैं, लिहाजा प्रतियोगिता में उनकी उम्मीदें अभी बाकी हैं।

दिल्ली के दिग्गज रैली ड्राइवर संदीप शर्मा तीसरे स्थान पर बने हुए हैं, वे बोपैय्या से 24 और अमनप्रीत से 52 सेकेंड पीछे चल रहे हैं।मनप्रीत के साथ अजय कुमार सह चालक के तौर पर रैली कर रहे हैं। जब अमनप्रीत से उनकी शानदार लय और खिताब जीतने की उम्मीदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, आज का दिन हमारे लिये काफी रोमांचक रहा। ये सही है हमारे पास एक अच्छी खासी बढ़त है। लेकिन जबतक रेस पूरी तरह खत्म नहीं हो जाती, तबतक हम चैन से नहीं बैठ सकते।

अलग अलग चरण का ब्योरा देते हुए अमनप्रीत ने बताया, आज का पहला चरण सबसे जटिल था, क्योंकि रात हुई बारिश की वजह से इसे चार किलोमीटर छोटा कर दिया गया था। इसका मतलब ये था कि समतल रास्तों को पूरी तरह हटा दिया गया था और पूरी की पूरी रेस पहाड़ियों पर करनी पड़ी।

बोपैय्या अपने नियमित साथी गगन करुम्बैय्या के साथ उतरे हैं। बोपैय्या ने स्वीकार किया कि इस तरह की रैली के लिए उनकी कार बहुत उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा, “जहां भी रफ्तार की बात आई, हमने बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन उतार चढ़ाव वाले रास्तों और मुश्किल इलाकों में हमें संघर्ष करना पड़ा।” हालांकि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि किस्मत का साथ मिला, तो वो रेस जीत भी सकते हैं।

अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित जेके टायर फेस्टिवल ऑफ स्पीड दिरांग घाटी में कराया जा रहा है। इस रैली की वजह से दिरांग के अनूठे गांव में काफी चहल पहल बनी हुई है। आयोजकों ने हर चरण के लिए बड़ी चतुराई से अलग अलग स्थानों और बाधाओं का चयन किया है, जिससे ड्राइवरों को अच्छी खासी चुनौती मिल रही है। स्थानीय रेसरों के लिए हुए स्प्रिंट रेस में बबित लिंगदोह का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। रविवार को चार राउंड के बाद उन्होंने बाकी के छह हमवतन खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए 8 सेकेंड की बढ़त बनाई हुई है।

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