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तो कम हो जाएगा शताब्दी-राजधानी एक्सप्रेस का किराया

शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस के किराए से अब कैटरिंग सुविधा होगी अलग, 15 जून से लागू
लखनऊ। रेलवे शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस के किराए से अब कैटरिंग सुविधा को अलग-अलग करने जा रहा है। इसलिए करीब ढाई सौ रुपये किराए में कम हो जाएंगे। इससे यात्रियों को टिकट बुकिंग के दौरान ही कैटरिंग के लिए दी जाने वाली राशि नहीं देनी पड़ेगी। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रेलवे शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस के किराए से अब कैटरिंग सुविधा को अलग-अलग करने जा रहा है। इसलिए करीब ढाई सौ रुपये किराए में कम हो जाएंगे। इससे यात्रियों को टिकट बुकिंग के दौरान ही कैटरिंग के लिए दी जाने वाली राशि नहीं देनी पड़ेगी।  कैटरिंग की ये वैकल्पिक सुविधा 15 जून से लखनऊ जंक्शन से रवाना होने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (12003) और चारबाग रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12436) में शुरू होने जा रही है। ।

अभी तक लंबी दूरी की ट्रेनों में कैटरिंग सेवाओं के लिए चार्ज लिया जाता है।  यह टिकट बुक कराने के दौरान ही काट लिया जाता है, लेकिन यात्रियों को परोसे जाने वाले खाने में आए दिन शिकायतें दर्ज हो रही थीं। हालांकि, इसके लिए अभी तक आधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम  पर कैटरिंग की अनिवार्यता समाप्त करने का दबाव है। इसी क्रम में आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस में कैटरिंग को वैकल्पिक बना दिया, जिसे यात्रियों ने बहुत सराहा। इसी तर्ज पर निजामुद्दीन-मुंबई अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस और पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस में सिस्टम को लागू किया गया, जो सफल रहा। गौरतलब है कि लखनऊ जंक्शन से रवाना होने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में कैटरिंग के लिए 175 रुपये लिए जाते हैं जबकि राजधानी एक्सप्रेस में सफर करने पर कैटरिंग के लिए 220 रुपये देने पड़ते हैं। कैटरिंग की सुविधा वैकल्पिक हो जाने के बाद यात्रियों को टिकट के साथ कैटरिंग की राशि नहीं देनी होगी। इससे टिकट की दर सस्ती हो जाएगी। फिलहाल इन ट्रेनों में विमानों की तर्ज पर फ्लेक्सी प्राइसिंग लगाई जा रही है।

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