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पाटीदारों की ओर से अमित शाह को धमकी भरा मैसेज-आंदोलन में टांग मत अड़ाना

amit_1444814259दस्तक टाइम्स/एजेंसी:  अहमदाबाद. गुजरात में चल रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन के निशाने पर अब बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट अमित शाह भी आ गए हैं। मीडिया में खबर है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अमित शाह को ‘पाटीदार आरक्षण आंदोलन’ से निपटने की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसी के मद्देनजर गुजरात में एक मैसेज चर्चा में है, जिसमें अमित शाह का नाम लिए बिना इशारों में उन्हें धमकी दी गई है। हिंदी में लिखा यह मैसेज ‘समस्त पाटीदार ग्रुप’ के मेंबर जगदीश परीख के मोबाइल से पाटीदार पटेलों को भेजा गया है।
 
मैसेज में क्या लिखा है?
‘भाइयो, ऐसा सुनने को मिला है कि वह बनिया बिहार का इलेक्शन खत्म करके गुजरात आएगा और उसकी मंशा हमारे पाटीदार का आंदोलन बंद करवाना है। इसलिए मैं उस बनिए को कहना चाहता हूं कि सबमें तेरी चलती होगी, पर पाटीदार आंदोलन में टांग मत अड़ाना। क्योंकि बिना आरक्षण लिए आंदोलन नहीं रुकेगा और कोई गंदी पॉलिटिक्स खेलने की कोशिश मत करना, वरना एक महीने कर्फ्यू लगाना पड़ेगा और दो महीने इंटरनेट बंद करना पड़ेगा। कुछ गलत करेगा तो हल्लाबोल होगा।’
मैसेज सर्कुलेट करने वाले ने कहा-अमित शाह की किसी चाल में नहीं फंसेंगे
मैसेज के बारे में हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘divyabhaskar.com’ ने जब मोबाइल पर मैसेज सर्कुलेट करने वाले जगदीशभाई से बात की तो उन्होंने कहा, ‘मैं अमित शाह को कई सालों से जानता हूं। उनके पॉलिटिकल सिस्टम से भी मैं अच्छी तरह वाकिफ हूं। और मैं ही नहीं, उनके काम करने के शक से भरे तरीके से तो सभी वाकिफ हैं। जिस तरह वे चुनावों में दांव-पेंच खेलते हैं ,ठीक उसी तरह पाटीदार समाज को बांटकर गुजरात में पाटीदार आंदोलन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारा मकसद आरक्षण लेना है और हम अमित शाह की किसी चाल में नहीं फंसेंगे। अमित शाह न तो हमारे सीएम हैं और न ही पीएम। वे सिर्फ भाजपा के प्रमुख हैं और अहमदाबाद के नारायणपुरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनके लिए ज्यादा अच्छा है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं पर ही ध्यान दें।’

 

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