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ब्रिटिश वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला दावा, अमर हो चुका है ये राष्ट्रपति…

एजेंसी/ mugabeलंदन। इंसान हजारों सालों से अमरता की खोज में है। वो चाहता है कि हमेशा के लिए जिए, पर प्रकृति के नियम के आगे इंसान हमेशा हारता रहा है। पर लगता है कि अब इंसानों ने प्रकृति के इस नियम का काट खोज लिया है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों की मानें तो अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे शक्तिशाली नेताओं में अग्रणी जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे अमर हो चुके हैं। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने 3 दशकों तक रॉबर्ट पर शोध के बाद ये दावा किया है। उनका दावा है कि रॉबर्ट मुगावे 30 साल पहले जिस फुर्ती से 60 साल की उम्र में जीते थे, अब भी वो 92 की उम्र में वैसे ही जीते हैं। न तो उनकी स्वास्थ्य में कोई गिरावट आई है, न ही वो कमजोर हुए हैं। यही नहीं, उनका चेहरा भी पिछले 3 दशकों में बिल्कुल नहीं बदला।

ऐसे ही कुछ दावे रूसी राष्ट्रपति ब्लॉदिमिर पुतिन को लेकर भी हो रहे हैं। उनके बारे में तो लोगों का कहना है कि वो सौ से अधिक साल से एक जैसे ही हैं। ब्रिटिश वैज्ञानिकों के दल का दावा है कि रॉबर्ट मुगाबे ने साल 1999 के बाद से अमरता को पा लिया है। उन्हें अपने बाल भी कटाने की जरूरत नहीं पड़ी। उनका शरीर एक जैसी स्थिति में ही रुक चुका है। और ऐसा तभी होता है, जब कोई अमर हो जाए। रॉबर्ट मुगाबे के बारे में वैज्ञानिकों का दावा है कि वो 1999 के बाद से जिम जाना तक छोड़ चुके हैं। यही नहीं, लोग जिस उम्र में लंबी उम्र की चाहत में शाकाहारी खाने को अपना लेते हैं, रॉबर्ट ने वो भी नहीं अपनाया।

इंसान हजारों सालों से अमरता की खोज में है। वो चाहता है कि हमेशा के लिए जिए, पर प्रकृति के नियम के आगे इंसान हमेशा हारता रहा है। पर लगता है कि अब इंसानों ने प्रकृति के इस नियम का काट खोज लिया है…
 
ये सबकुछ उनके डीएनए की जांच से पता चला है। इस शोधकार्य की अगुवाई कर रहे डॉक्टर इर्विन कोच का कहना है कि ये शोधकार्य सन 2018 तक चलता रहेगा। तबतक उनके इस काम के लिए जरूरी फंड भी उपलब्ध है। बहरहाल, 92 साल के हो चुके रॉबर्ट मुगाबे तकतक 94 साल के हो जाएंगे। पर सत्ता से हटने की अब भी उनकी कोई मंशा नहीं है। उनकी तरफ से पहले ही अगले राष्ट्रपति चुनाव को लड़ने का दावा किया जा चुका है, जिसे उनकी पार्टी ने मान भी लिया है।

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