अद्धयात्म

बड़ों के पैर छूने की इस परंपरा का ये वैज्ञानिक कारण नहीं जानते होंगे आप…

होता है पॉजिटिव एनर्जी का आदान-प्रदान।
हिंदू धर्म में कई परंपराएं प्रचलित हैं जैसे कि सूर्य को जल चढ़ाना, पीपल की परिक्रमा करना, जमीन पर बैठकर भोजन करना आदि। इन सभी परंपराओं के पीछे धार्मिक कारण तो होते ही हैं, साथ ही साथ वैज्ञानिक तथ्य भी शामिल होते हैं। एेसी ही एक हिंदू परंपरा है बड़ों के पैर छूना। इस परंपरा का पालन सदियों से किया जा रहा है।

आज-कल बड़ों के पैर छूना केवल सम्मान दिखाने का एक तरीका माना जाता है, लेकिन असल में इस परंपरा के कई महत्वपूर्ण कारण हैं। इन कारणों को जानने के बाद आप किसी के कहने पर नहीं बल्कि खुद-ब-खुद बड़ों के पैर छूने की आदत अपना लेंगे। तो चलिए जानते हैं इस ट्रेडिशन के पीछे छिपे विज्ञान का रहस्य।

पूरे शरीर का आधार होते हैं पैर
मनुष्य के पैर उसके शरीर का आधार माने जाते हैं, क्योंकि हमारा पूरा शरीर इन्हीं पर टिका होता है। चलने-फिरने, उठने-बैठने जैसे सभी कामों के लिए पैरों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं पूरे शरीर का भार हमारे पैरों पर ही जाता है।

मिलता है घमंड से छुटकारा
जब हम किसी के सामने झुकते हैं तो घमंड, अहंकार जैसी चीजों को त्यागकर ऐसा करते हैं। ऐसे में अपने बुजुर्गों और बड़ों के पैर छूकर हम उनकी उम्र, उनके ज्ञान, उनकी उपलब्धियों और उनके अनुभव को सम्मान देते हैं। बदले में वे हमें हमारी तरक्की और अच्छे जीवन के लिए आशीर्वाद देते हैं।

अथर्ववेद के अनुसार
अथर्ववेद के अनुसार, जब भी हम किसी के पैर छूते हैं तो उनका सारा ज्ञान और अनुभव हमें प्राप्त होने लगता है।

पैर छूने का सही तरीका
मान्यताओं के अनुसार किसी के पैर छूने के लिए हमें उनके सामने नीचे की ओर झुकना चाहिए। इसके बाद अपनी पीठ और हाथों को पूरी तरह से सीधे रखते हुए पैरों को स्पर्श करना चाहिए।

इस तरह करें पैरों को स्पर्श
दाहिने हाथ से सामने वाले का दाहिना पैर और बाएं हाथ से सामने वाले का बायां पैर छूना चाहिए। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि बाएं हाथ से दाहिने पैर को छूना और दाएं हाथ से बाएं पैर को छूना शुभ होता है।

पॉजिटिव एनर्जी का आदान-प्रदान
पैरों में पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो रहता है, ऐसे में जब हम किसी के पैर छूते हैं तो उनकी सकारात्मक ऊर्जा हमें प्राप्त होती है। इतना ही नहीं जब सामने वाला आशीर्वाद देने के लिए हमारे सिर पर हाथ रखता है तो दोनों के बीच एनर्जी का आदान-प्रदान होता है।

दूर होता है जोड़ों का दर्द
चरण स्पर्श करने की स्थिति एक बेहतरीन योग भी मानी जाती है। जब भी हम किसी के पैर छूने के लिए नीचे झुकते हैं तो हमारे घुटनों का दर्द कम होता है। साथ ही कमर को भी आराम मिलता है।

बढ़ाता है ब्लड सर्कुलेशन
इतना ही नहीं झुककर आशीर्वाद लेने पर शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।

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