उत्तराखंड

मालपा में 30 लोगों की मौत की आशंका

पिथौरागढ़: धारचूला के मालपा व मांगती घटियाबगड़ में बादल फटने की घटना के बाद तबाह हुए इलाके में एक सप्ताह तक और खोज अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए शासन ने 25 करोड़ रुपये जारी किए हैं। सोमवार तड़के हुई इस भीषण आपदा में 30 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अभी तक महज 12 शव ही बरामद हो सके हैं। लापता लोगों में सेना के जेसीओ समेत छह जवान शामिल हैं। वहीं 30 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। इस आपदा में मालपा में तीन होटल व चार दुकानें बह गई थीं जबकि घटियाबगड़ में सेना का ट्रांजिट कैंप तबाह हो गया था। शासन ने अब नदी में खोज कार्य तेज करने के लिए राफ्टर भेजने का भी निर्णय लिया है। एसडीआरएफ की डॉग स्वायड टीम भी खोज अभियान में जुटी है। इधर सेना के जवानों ने लापता अपने जेसीओ व छह जवानों की खोज के लिए काली नदी के किनारे 28 किमी तक खोज अभियान चलाया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

वहीं जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि अभी तक आठ शव मिले हैं। जिनकी मौत की पुष्टि हो चुकी है। लापता लोगों की तलाशी का कार्य जारी रहेगा। बरामद चार अन्य शवों के बारे में प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। समझा जा रहा है कि ये शव नेपाली मजदूरों के हो सकते हैं। अलबत्ता प्रशासन अब स्वीकार कर रहा है कि 12 नेपाली मजदूरों सहित 25 लापता हैं। शासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में आवाजाही सुचारू करने के लिए तात्कालिक व्यवस्था के तहत दो ट्रॉली और दो फोल्डिंग पुल स्वीकृत किए हैं। स्वीकृत दो ट्रॉली पुल निर्माण होने तक एक ट्रॉली नजंग में और एक ट्राली मालपा में लगाई जाएगी। आवागमन हेतु नालों पर फोल्डिंग पुल लगाए जाएंगे।

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