पर्यटन

ये हैं अक्टूबर के मशहूर म्यूजिक फेस्टिवल, यहां सुरों की धुन पर झूमेगा तन-मन

दस्तक टाइम्स/एजेंसी दिल्ली(11 अक्टूबर): dasara-celebration-mysore-palace-5618efbfc9fc3_l (1)राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल, रीफ, कहां : जोधपुर, कब : 23 से 27 अक्टूबर: जोधपुर में होने वाला राजस्थान इंटरनेशनल फोक फे स्टिवल न सिर्फ इंडिया बल्कि विदेशों में भी पॉपुलर है। इस फेस्ट के दौरान जोधपुर शहर और यहां के मेहरानगढ़ की रौनक देखते ही बनती है। फेस्ट में ब्राजील, फिनलैंड, इजराइल, स्कॉटलैंड, साउथ अफ्रीका और स्पेन के आर्टिस्ट हिस्सा लेते हैं। एेसे में आप भी इस फेस्ट का लुत्फ उठा सकते हैं। 

स्पेशल टूर  फेस्टिव सीजन: नवरात्रों के साथ ही फेस्टिव सीजन शुरू हो जाएगा। हमेशा की तरह इस साल भी फेस्टिव सीजन को लेकर टूर ऑपरेटर्स सजग हो गए हैं। वे ऐसे टूर पैकेज प्रोवाइड करवा रहे हैं, जिनके जरिए इस फेस्टिव सीजन को जमकर एंजॉय किया जा सकता है। देश में एेसी कई जगह हैं, जहां नवरात्रि और दशहरे का उत्साह चरम पर होता है। खासकर गुजरात, जम्मू और कर्नाटक में छुट्टियां मनाने का यह परफेक्ट टाइम है। फेस्ट को देखते हुए कई टूर पैकेज भी देखने को मिल रहे हैं, जो खासकर नवरात्रि स्थापना से लेकर दशहरे तक हैं। छाएगा गुजरात का रंग गुजरात का नवरात्रि टूर पैकेज-2015 शेड्यूल लॉन्च किया जा चुका है। यह टूर पैकेज 13 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा, जो 22 अक्टूबर तक चलेगा। एेसे में यदि इस नवरात्रि गुजरात के रंग में रंगना चाहते हैं, तो गुजरात के विशेष टूर को एंजॉय कर सकते हैं। साथ ही गरबा और डांडिया का आनंद उठा सकते हैं।
मैसूर में पहुंचने लगे हैं हाथी;मैसूर का दशहरा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है। मैसूर में 600 वर्षों से ज्यादा पुरानी परम्परा वाला यह पर्व ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मैसूर के पूर्व राजाओं के महल में होने वाले इस आयोजन में हाथियों का खास महत्व है। ऐसे में बड़ी संख्या में हाथी मैसूर पहुंच चुके हैं, हालांकि राज्य के कई इलाकों में सूखा पडऩे के कारण इस साल यह आयोजन उतना भव्य नहीं होगा। दशहरा उत्सव के दौरान यहां के जगनमोहन पैलेस, जयलक्ष्मी विलास और ललिता महल का सौन्दर्य बेहद खास होता है।
मैसूर में पहुंचने लगे हैं हाथी;मैसूर का दशहरा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है। मैसूर में 600 वर्षों से ज्यादा पुरानी परम्परा वाला यह पर्व ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मैसूर के पूर्व राजाओं के महल में होने वाले इस आयोजन में हाथियों का खास महत्व है। ऐसे में बड़ी संख्या में हाथी मैसूर पहुंच चुके हैं, हालांकि राज्य के कई इलाकों में सूखा पडऩे के कारण इस साल यह आयोजन उतना भव्य नहीं होगा। दशहरा उत्सव के दौरान यहां के जगनमोहन पैलेस, जयलक्ष्मी विलास और ललिता महल का सौन्दर्य बेहद खास होता है।
यहां उत्साह चरम पर…माता वैष्णोदेवी मंदिर के कटरा स्थित बेस कैम्प में मशहूर नवरात्रि उत्सव 13 से 21 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस साल यह आयोजन काफी भव्य रूप में दिखेगा। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ के कारण पिछले साल इस उत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था। यहां पर भक्तिगीत, वाद-विवाद और चित्रकला प्रतियोगिता सहित कई गतिविधियां होंगी। 

 

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