अमेरिका से F-16 के बाद अब रूस से कामोव हेलिकॉप्टर पर डील की तैयारी
एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले भारत ने अमेरिका के साथ बड़ा करार किया है. अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत में एफ-16 लड़ाकू विमान बनाने के लिए सोमवार को टाटा समूह से करार किया. जिसके तहत अब भारत में भी इस कंपनी के विमान बनाए जाएंगे. वहीं दूसरी ओर रूस से भी भारत के लिए अच्छी खबर आई है. रक्षा मंत्री अरूण जेटली के आगामी रूस दौरे पर भारत और रूस में नए फाइटर एयरक्राफ्ट और कामोव हेलिकॉप्टर डील हो सकती है.
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चार दिन का है दौरा
अरूण जेटली अपनी 4 दिन की रूस यात्रा पर 20 जून को रवाना होंगे, वहीं 23 जून तक वहीं रहेंगे. इस दौरे पर 5वीं जेनरेशन के फाइटर एयरक्राफ्ट के अलावा कामोव हेलिकॉप्टर मंजूरी काफी अहम है. दरअसल, अरूण जेटली के दौरे से पहले रूस की डिफेंस कमेटी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत हमारे से 5वीं जेनरेशन फाइटर एयरक्राफ्ट ही खरीद सकता है. हालांकि अभी इस डील में भी पैसों को लेकर कुछ बात अटकी है. आपको बता दें कि इस दौरे में रूस से 464 टी-90 टैंक्स खरीद को लेकर भी बात हो सकती है.
अमेरिका से हुआ है समझौता
भारत में एफ-16 ब्लॉक 70 के उत्पादन के लिए लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है. एफ-16 ब्लॉक 70 विमान भारतीय वायुसेना के सिंगल इंजन फाइटर जरूरतों के लिए उपयुक्त हैं. इससे देश के निजी क्षेत्र में रक्षा उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा. इसके पहले टीएएसएल ने सी-1390 जेड विमान के लिए एयरफ्रेम कम्पोनेंट बनाया है.
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F-16 की विशेषताएं
1. F-16 फाइटर फलकॉन, एक इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट है.
2. फोर्थ जनेरेशन का सबसे आधुनिक फाइटर जेट है.
3. सबसे एडवांस रडार सिस्टम है (Active Electronically Scanned Array)
5. एडवांस हथियार से लैस, इस एयरक्राफ्ट में एडवांस स्नाइपर टारगेटिंग पॉड भी है.
7. F-16 की अधिकतम गति 1,500 मील प्रति घंटे हैं.
8. यह एयरक्राफ्ट किसी भी मौसम में काम कर सकता है.
9. इसमें फ्रेमलेस बबल कॉनोपी है, जिससे देखने मे सुविधा होती है.
10. सीटें 30 डिग्री पर मुड़ी है, जिससे पॉयलट को g-फोर्स की अनुभूति कम होती है.
11. अमेरिका और अन्य 25 देश कर रहे हैं इसका इस्तेमाल.