नकली सिक्के बनाने वाले गिरोह का सरगना हरियाणा में गिरफ्तार
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली सिक्के बनाने वाले के गिरोह के सरगना उपकार लूथरा उर्फ अभय प्रताप (50) को हरियाणा के कोंडली इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके पास से 8,500 कीमत के 5 रुपये के नकली सिक्के बरामद हुए हैं। उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम था। मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रपुर का रहने वाला उपकार पुलिस से बचने के लिए नेपाल में छिप गया था। कुछ समय पहले ही वह वापस भारत आया था और दोबारा से हरियाणा में नकली सिक्के बनाकर दिल्ली व अन्य राज्यों में भेज रहा था। स्पेशल सेल का कहना है कि नकली सिक्कों की बड़ी खेप को टोल कलेक्शन कलेक्ट करने वाले टोल प्लाजा पर खपाया जाता था। यह देशभर के अधिकतर टोल प्लाजा में खपाए जाते थे। स्पेशल सेल इस एंगल से भी जांच कर रही है कि सबसे अधिक नकली सिक्के कौन-कौन से टोल प्लाजा में खपाए गए। वहां किस स्तर के कर्मचारी इसमे शामिल रहे। टोल प्लाजा में नकली सिक्के खपाए जाने का बड़ा कारण दिन-रात वहां चेंज पैसे कस्टमर को देना था। इसके लिए उपकार और स्वीकार टोल प्लाजा में पांच और 10 रूपये के नकली सिक्के लेने वालों को अच्छा डिस्काउंट भी देते थे। डिमांड के हिसाब से सिक्कों को आधी दरों पर बेच दिया जाता था।
पुलिस का कहना है कि यह सिक्के इतनी अच्छी क्वॉलिटी के बनाता था कि देखने से नकली और असली में फर्क करना मुश्किल था। इसके सिंडिकेट में अब यह अकेला नहीं था बल्कि धंधा फैलने पर इसने अन्य लोगों के माध्यम से अपनी ब्रांच खोलनी शुरू कर दी थी। उनसे यह महीने के आधार पर कुछ पैसा लेता था और बदले में नकली सिक्के बनाने के लिए डाई आदि उन्हें उपलब्ध कराता था। दिल्ली-एनसीआर के कुछ मॉल में भी इसने नकली सिक्के खपाए हैं। इस बात की जानकारी सेल को लगी है। इस धंधे में और कितने लोग शामिल हैं और कहां-कहां इसने नकली सिक्कों को बनाने की टकसाल लगा रखी थी। अभी इसका भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि देश में तो इसने कम से कम सात राज्यों में अपना धंधा फैला लिया था। नेपाल में भी इसने नकली सिक्कों को बनाने की फैक्ट्री लगा रखी थी। वहीं बैठकर यह भारत में नकली सिक्कों के धंधे को ऑपरेट करता था।