नई दिल्ली : रविवार की रात एक बजे पीसीआर पर सूचना मिली कि हजरत निजामुद्दीन इलाके में बारापुला फ्लाई ओवर पर एक महिला को गोली मार दी गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां न तो पीडि़त महिला मिली न ही सूचना देने वाला व्यक्ति। बाद में पुलिस को पता चला कि घायल महिला को अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उसे एम्स ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक यहां पूछताछ में पता चला कि वह महिला नहीं, बल्कि ट्रांसजेंडर था। यहां डॉक्टरों ने कहा कि उसके पेट में गोली लगी है और उसकी हालत गंभीर है। वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस के लिए यह ब्लाइंड केस था।
सीसीटीवी फुटेज से संदिग्धों की पहचान
डीसीपी साउथ ईस्ट चिन्मॉय बिश्वाल ने बताया कि उन्होंने इस केस की सुलझाने के लिए एसएचओ सतेंद्र मोहन के अंडर एक स्पेशल टीम बनाई गई। पुलिस ने इस तरह की पिछली घटनाओं के आरोपियों की तलाश में छापेमारी की। सीसीटीवी फुटेज जांचे गए, जिसमें संदिग्धों की पहचान हुई। इस घटना को सुंदर भाटी गिरोह के दो सदस्यों ने अंजाम दिया है। वे दोनों बारापुला फ्लाई ओवर से मूलचंद हॉस्पिटल की तरफ लूटपाट करने जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें लाला लाजपत राय मार्ग पर गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से होंडा अमेज कार, दो पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए हैं।
यूं देता था लूटपाट को अंजाम
आरोपी सागर उर्फ लंपक (24) है। वह ड्राइवर बनकर कैब चलाता था और इसी दौरान लोगों से बातचीत के दौरान फ्रेंडली हो जाता था। वह बातचीत में उनकी डीटेल लेकर बाद में लूटपाट को अंजाम देता था। लंपक ने पुलिस को बताया कि अपने सहयोगी चंद्रकांत के साथ मिलकर उसने त्रिलोकपुरी के पास एक लड़की को कैब में बिठाया। बारापुला पुल पर जाकर सुनसान जगह देखकर दोनों ने उसका रेप करने का प्रयास किया। इसी दौरान उन्हें पता चला कि वह लड़की नहीं बल्कि एक ट्रांसजेंडर है, इसलिए उन लोगों ने उसे गोली मारकर कार से बाहर फेंक दिया।
बदला लेने के लिए बना लुटेरा
लंपक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि दो साल पहले मोहल्ले के लोगों से उसका विवाद हो गया था। उनसे बदला लेने के लिए उसने सुंदर भाटी गिरोह जॉइन किया। वह सुंदर भाटी गिरोह के लिए सशस्त्र डकैती और फिरौती वसूलने का काम करता था। उसने कहा कि वह गुडग़ांव के मॉल की तरफ जा रहा था। जहां वह मामला शांत होने तक अपनी कार खड़ी करके गायब होने वाला था।