फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी का अलीबाग वाला 30 हजार फीट की जगह पर बना बंगला आज ध्वस्त कर दिया गया. बंगले को ध्वस्त करने के लिए उसमें 100 जगह विस्फोटक लगाए गए थे. अलीबाग वाला यह बंगला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है.
सी-बीच के पास बने करीब 100 करोड़ रुपये के इस बंगले को तोड़ने का दूसरा चरण मंगलवार को शुरू हो गया था. अब तक उन ढांचों को गिराया गया है जिनमें शीशे लगे थे. बंगले में लगे शीशों को इसलिए हटाया गया क्योंकि विस्फोट के बाद यदि शीशे उड़कर पास के बंगलों में गिरते तो इससे बड़ा नुकसान हो सकता था.
नीरव मोदी करीब 13,700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी है. घोटाला उजागर होने के बाद नीरव मोदी के कई ठिकानों पर छापे पड़े और उसकी संपत्ति सीज की गई थी.
कई बेडरूम और हॉल वाले इस बंगले में फर्स्ट फ्लोर पर 1000 वर्ग फीट का स्वीमिंग पूल भी है. मोदी ने इस बंगले के बाहर अवैध तरीके से एक गार्डन भी बनवाया था.
उस इलाके में राज्य और तटवर्ती क्षेत्र के नियमों का उल्लंघन कर बनाई गईं 58 अन्य निजी इमारतों को भी ढहाने का नोटिस भेजा गया था. गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने सरकार को यह बताने का निर्देश दिया था कि वह अलीबाग में बीच के किनारे बनी अवैध संपत्तियों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है.
सिर्फ नीरव मोदी ही नहीं बल्कि इस इलाके में 58 अन्य निजी संपत्तियां भी हैं जो अवैध निर्माण के तहत आती हैं. उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. नीरव मोदी घोटाले के उजागर होने के बाद से ही फरार है.
इससे पहले बंगले को तोड़ने का पहला चरण 25 जनवरी को शुरू हुआ था. तब कई दीवारें तोड़ी गई थीं लेकिन 27 जनवरी को काम रोक दिया गया था.
महाराष्ट्र सरकार द्वारा नीरव मोदी के इस बंगले को गिराने का आदेश 4 दिसंबर को ही जारी कर दिया गया था. नीरव मोदी को अलीबाग क्षेत्र में 376 स्क्वायर मीटर के प्लॉट पर बंगला बनाने की परमिशन मिली थी, लेकिन उसने 1071 स्क्वायर मीटर जगह का घेराव किया. अब सरकार द्वारा इस अवैध निर्माण को ढहा दिया गया.
नीरव मोदी के इस बंगले को गिराने का काम इसलिए रोका गया था क्योंकि प्रशासन घर के भीतर से कीमती सामानों को सही से निकालना चाहता था ताकि संपत्ति से अधिक से अधिक रकम की भरपाई की जा सके.
इससे पहले नीरव मोदी की 147.72 करोड़ रुपए की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच की थी. मुंबई और सूरत में यह कार्रवाई हुई थी. दोनों शहरों में जो प्रॉपर्टी अटैच की गई थी उसमें 8 कारें, एक प्लांट, मशीनरी, ज्वेलरी, पेंटिंग और अचल संपत्ति शामिल थी.
नीरव मोदी 13, 700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है. नीरव ने विशेष अदालत को जवाब भेजकर कहा था कि वह सुरक्षा कारणों से भारत नहीं आ सकता. नीरव फिलहाल ब्रिटेन में रह रहा है.