जिनके हाथों में होती है ऐसी रेखा, संदेह से भरा होता है उनका जीवन…
यदि किसी व्यक्ति के हाथों में सूर्यरेखा चन्द्रक्षेत्र से आरंभ तो उस व्यक्ति का भाग्य तो चमकेगा लेकिन उसकी यह उन्नति निजी परिश्रम से न होकर दूसरों की इच्छा और सहायता पर अधिक निर्भर करती है। हो सकता है कि व्यक्ति को उसके मित्र सहायता करें। चन्द्रक्षेत्र से आरम्भ होकर अनामिका तक पहुंचने वाली गहरी सूर्यरेखा के सम्बन्ध में यह बात अवश्य ध्यान में रखने की है। ऐसे व्यक्ति का जीवन अनेक घटनाओं से भरा और संदेहपूर्ण होता है। उसमें बहुत से परिवर्तन होते हैं, किन्तु यदि रेखा चन्द्रस्थान से निकलकर भाग्य-रेखा के समानान्तर जा रही हो तो भविष्य सुखमय हो सकता है।
यदि प्रेम बाधक न हो और विचारों में दृढ़ता होने के साथ मस्तिष्क रेखा भी अपना फल शुभ दे रही हो तो ऐसा व्यक्ति तेजस्वी और प्रसन्नचित्त होता है। बावजूद इसके ऐसे व्यक्ति में बड़ा दोष मिलता है कि उसके विचार कभी स्थिर नहीं रहते। अनायास ही वह अपने पूर्वनिश्चित विचारों को बदल देता है और यश पाने की इच्छा करता है लेकिन अपने संकल्प पर दृढ़ न रहने के कारण अपने प्रयत्नों अधिक सफल नहीं होता।