ISIS ने ली अफगान मस्जिद ब्लास्ट की जिम्मेदारी, उइगर था सैंकड़ों नमाजियों को हताहत करने वाला आत्मघाती हमलावर
काबुल: उत्तरी अफगानिस्तान में शिया मुस्लिम नमाजियों से भरी एक मस्जिद में शुक्रवार को हुए विस्फोट में कम से कम 55 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। इस बीच आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने मस्जिद में हुए बम धमाके की जिम्मेदारी ली और कहा कि उसके आत्मघाती हमलावर ने घटना अंजाम दिया।
ISIS से जुड़ी अमाक समाचार एजेंसी ने कुंदुज प्रांत में मस्जिद में दोपहर की नमाज के दौरान हुए विस्फोट की घटना के कुछ घंटे बाद इस दावे की जानकारी दी। अपने दावे में ISIS ने आत्मघाती हमलावर की पहचान एक उइगर मुस्लिम के तौर पर की और कहा कि हमले में शियाओं और तालिबान दोनों को निशाना बनाया गया जोकि चीन से उइगरों की मांगों को पूरा करने में बाधा बन रहे हैं। तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने बताया कि 55 नमाजियों की मौत हो गई जबकि 143 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच जारी है।
इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों का अफगानिस्तान के शिया मुस्लिम अल्संख्यकों पर हमला करने का लंबा इतिहास रहा है। प्रत्यक्षदर्शी अली रेजा ने बताया कि वह विस्फोट के वक्त नमाज अदा कर रहे थे और उन्होंने कई हताहतों को देखा। घटनास्थल की तस्वीरों और वीडियो में बचावकर्मी मस्जिद से कंबल में लिपटे शवों को एंबुलेंस में रखते दिखाई देते हैं। स्थानीय निवासी हुसैनदाद रेजायी ने बताया कि विस्फोट होने के शीघ्र बाद वह मस्जिद की ओर दौड़े।
उन्होंने कहा, ‘नमाज शुरू होने के साथ विस्फोट हुआ। मैं अपने रिश्तेदारों को तलाशने वहां पहुंचा। मस्जिद लोगों से भरी हुई थी।’ इस बीच, तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान के विशेष बल मौके पर पहुंच गये हैं और घटना की जांच कर रहे हैं। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने शुक्रवार के हमले की निंदा की और कहा कि यह धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा की पद्धति का हिस्सा है। प्रमुख शिया धर्मगुरु सैयद हुसैन अलीमी बल्खी ने हमले की निंदा की और तालिबान से अफगानिस्तान में शियाओं के लिए सुरक्षा मुहैया कराने का आग्रह किया।