अमेरिका से दोस्ती करना चाह रहा पाक, बिगड़े संबंधों को सुधारने में जुटे शहबाज शरीफ
नई दिल्ली । पाकिस्तान (Pakistan) और अमेरिकी (America) के बीच इन दिनों संबंध (Relation) ठीक नहीं है. पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान (Imran) ने रूस के प्रति झुकाव और उनके रूस-यूक्रेन संघर्ष में पश्चिमी गुट में शामिल होने से इनकार करने के चलते अमेरिका पर उन्हें सत्ता से बेदखल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.
इमरान ने अमेरिका पर लगाए थे गंभीर आरोप
उस वक्त से ही इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में राजनीतिक सभाओं में अमेरिका के खिलाफ भाषण दिया था. उन्होंने बाइडेन प्रशासन की सार्वजनिक तौर पर आलोचना की. उन्होंने पीटीआई सरकार गिराने में अमेरिकी सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया.
शहबाज शरीफ कर रहे डैमेज कंट्रोल
अब, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में नई सरकार संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बिगड़े संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रही है. बिलावल भुट्टो जरदारी के विदेश राज्य मंत्री के रूप में और हिना रब्बानी खार के विदेश राज्य मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद, पाकिस्तान का विदेश कार्यालय सक्रिय रूप से अपनी विदेश नीति में सुधार कर रहा है. पाकिस्तान बाइडेन प्रशासन के साथ सक्रिय संपर्क रखने की दिशा में काम कर रहा है. विदेश कार्यालय की ओर से अब ऐसे स्पष्ट संकेत दिखाई दे रहे हैं कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के संबंध में पाकिस्तान पश्चिमी गुट के साथ है.
पाकिस्तान ने जारी किया बयान
इसी बीच जरदारी को शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन की एक टेलीफोन कॉल आई. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को उनके पद ग्रहण करने पर बधाई दी और पाकिस्तान-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाए रखने की इच्छा व्यक्त की.’
‘पाक-अमेरिका के बीच अच्छे संबंध’
बयान के अनुसार, 18 मई को न्यूयॉर्क में होने वाली वैश्विक खाद्य सुरक्षा (ग्लोबल फूड सिक्योरिटी) पर मंत्रिस्तरीय बैठक में पाकिस्तान की भागीदारी के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा एक निमंत्रण दिया गया है. ब्लिंकेन ने पाकिस्तान को इस महीने के अंत में होने वाले दूसरे वैश्विक कोविड शिखर सम्मेलन में भी आमंत्रित किया. द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचारों का आदान-प्रदान करते हुए, बिलावल भुट्टो ने रेखांकित किया कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लंबे समय से व्यापक संबंध हैं. उन्होंने कहा कि आपसी सम्मान और आपसी हित के आधार पर दोनों देशों के बीच रचनात्मक और निरंतर जुड़ाव क्षेत्र और उसके बाहर शांति, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है. बिलावल भुट्टो ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का दृष्टिकोण मानव विकास, क्षेत्रीय संपर्क और एक शांतिपूर्ण पड़ोस पर केंद्रित है.
शरणार्थी संकट पर गहरी चिंता
दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर संपर्क में रहने और सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की. दूसरी ओर, हिना रब्बानी खार ने 5 मई को यूक्रेन के लिए उच्च स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय दाता सम्मेलन में वर्चुअली भाग लिया. खार ने यूक्रेनी लोगों के लिए मानवीय सहायता के प्रयासों की भी सराहना की और साथ ही युद्ध जारी रहने, नागरिक हताहतों की बढ़ती संख्या, बिगड़ती मानवीय स्थिति और शरणार्थी संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की.
शरीफ सरकार डैमेज कंट्रोल मोड में
जहां इमरान खान अमेरिका विरोधी रुख अपनाना जारी रखे हुए हैं और मौजूदा सरकार पर एक अंतरराष्ट्रीय विवाद के माध्यम से सत्ता में लाए गए एक आयातित सेटअप होने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अपनी विदेश नीति को आकार देने के लिए एक डैमेज कंट्रोल (क्षति नियंत्रण) मोड पर काम कर रही है. शहबाज सरकार पश्चिमी ब्लॉक के साथ बेहतर संबंधों पर प्रमुख तौर पर फोकस कर रही है.