सपा ने राज्यसभा के लिए डिंपल, जावेद अली के नाम किए फाइनल, अधिकृत सूची जारी नहीं
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम करीब-करीब फाइनल कर दिए हैं। लेकिन अभी अधिकृत सूचना जारी नहीं की गई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव को राज्यसभा भेज रही है। बुधवार दोपहर कपिल सिब्बल सपा कार्यालय पहुंचकर अखिलेश यादव से मुलाकात की।
इसके अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल का नाम भी सूची में बताया जा रहा है। इसी तरह जावेद अली खान को भी पार्टी राज्यसभा भेज रही है। वह पहले भी सपा के राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। मालूम हो कि अभी तक राज्यसभा में सपा के पांच सदस्य हैं। इसमें कुंवर रेवती रमन सिंह, विशंभर प्रसाद निषाद और चौधरी सुखराम सिंह यादव का कार्यकाल चार जुलाई को खत्म हो रहा है।
गौरतलब है कि सपा के कद्दावर नेता आजम खां ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि यदि पार्टी सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजती है तो अच्छी बात है। कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजे जाने से मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी।
इससे पहले भी वह कपिल सिब्बल की तारीफ करते हुए उनके प्रति आभार जता चुके हैं। आजम खां ने यह भी कहा था कि रामपुर से वह उपचुनाव नहीं लड़ेंगे। कोई भाई उम्मीदवार हो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात के सवाल पर आजम ने कहा कि वह बड़े नेता हैं और अपनी मर्जी के मालिक हैं। उनके बारे में कोई कमेंट नहीं किया जा सकता है।
राज्यसभा चुनाव: यूपी की 11 सीटों में से भाजपा को 7, सपा को 3 सीट मिलना तय
राज्यसभा में यूपी की 11 सीटों के लिए चुनाव 10 जून को होगा। इन सदस्यों का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इसके लिए नामांकन 24 से 31 मई तक दाखिल किए जाएंगे। एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 3 जून तक नाम वापस ले सकेंगे। 10 जून को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बृहस्पतिवार को इसका कार्यक्रम जारी कर दिया।
इन 11 सीटों में से भाजपा को सात व सपा को तीन सीटें मिलना लगभग तय है। सूत्रों के मुताबिक एक सीट के लिए 36 विधायकों का वोट चाहिए। भाजपा गठबंधन के पास 273 विधायक है। ऐसे में उन्हें 7 सीट जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी। सपा के पास 125 विधायक हैं। उसे 3 सीट जीतने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन 11वीं सीट के लिए भाजपा व सपा एक दूसरे के खेमे में सेंधमारी का प्रयास करेंगे।