सूर्य का अपनी राशि में प्रवेश, इन 6 राशि वालों को रहना होगा सावधान
नई दिल्ली : अक्टूबर 17 सोमवार से सूर्य देव अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। आज से सूर्य अपनी राशि तुला में आ जाएंगे। हिन्दू कैलेंडर और ज्योतिष के मुताबिक पूरे साल में 12 संक्रान्ति होती हैं। इसे तुला संक्रांति कहते हैं। ग्रंथों में इसे पर्व कहा गया है। सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में गोचर करने को संक्रांति कहते हैं। संक्रांति एक सौर घटना है। 17 अक्टूबर से लेकर 16 नवंबर तक सूर्य अपनी नीच राशि यानी तुला राशि में रहेगा। शुक्र की राशि में सूर्य के रहने से देश की अर्थव्यवस्था और प्रशासनिक कामों में बदलाव होंगे। जिससे कुछ लोगों को नौकरी और बिजनेस में प्रमोशन मिलने के योग हैं। वहीं कुछ राशियों को आर्थिक फायदा मिल सकता है।
ज्योतिषयों के अनुसार सूर्य के राशि बदलने से वृष, सिंह, धनु और मकर राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा। इनके अलावा मिथुन और कुंभ राशि वालों के लिए समय सामान्य रहेगा। वहीं, मेष, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों को संभलकर रहना होगा।
सूर्य के राशि परिवर्तन होने से मेष, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए कठिनाई का समय शुरू होगा। सूर्य के तुला राशि में आने के कारण इन राशि वालों की जिन्दगी में विवाद और तनाव बढऩे की सम्भावना है। इन्हें संभलकर रहना होगा। सूर्य के अशुभ प्रभाव से कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। विवाद होने की आशंका है। धन हानि और सेहत संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं। नए काम की शुरुआत करने से बचना होगा। कर्जा न लें। कामकाज में लापरवाही और जल्दबाजी करने से भी बचना चाहिए।
सूर्य के अशुभ असर के कारण नौकरी और बिजनेस में रुकावटें आ सकती हैं। नुकसान भी हो सकता है। बड़े लोगों से विवाद की भी सम्भावना है। शारीरिक बीमारियाँ बढ़ सकती हैं। विशेष रूप से आंखों और सिरदर्द से परेशानी रहेगी।
सूर्य के अशुभ असर से बचने के लिए पीपल और मदार के पौधे में पानी डालना चाहिए। शुभ फल बढ़ाने के लिए सूर्योदय से पहले उठकर सूर्य को प्रणाम करें। तांबे के बर्तन से सूर्य को जल चढ़ाएं। जिन राशियों पर सूर्य का मिला-जुला असर पड़ेगा उन लोगों को पानी में लाल चंदन मिलाकर सूर्य को चढ़ाना चाहिए। सूर्य को लाल फूल चढ़ाएं। गुड़हल का फूल चढ़ाने से सूर्य संबंधी दोष खत्म हो जाते हैं।