नई दिल्ली : पंजाब पुलिस ने बीते सप्ताह सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया था। उसपर आरोप है कि वह एक ड्रग स्मग्लर के साथ मिलकर पाकिस्तानी आईएसआई के लिए काम कर रहा था। उसने चंडीमंदिर स्थित पश्चिमी कमांड हेडक्वार्टर से सेना के बारे में कई खुफिया जानकारियां निकालकर ड्रग तस्कर को दी थी। आरोपी सिपाही का नाम मनप्रीत शर्मा हैष पटयाला पुलिस ने उसे भापाल से गिरफ्तार किया था जहां वह स्ट्राइक कोर में पोस्टेड था।
सूत्रों का कहना है कि वह पहले वेस्टर्न कमांड में काम करता था और उसके पास कई कंप्यूटरों का भी ऐक्सेस था। इसी दौरान उसने खुफिया जानकारियों को जुटा लिया और एक ड्रग तस्कर अमरीक सिंह को दे दीं। पटियाला पुलिस के साथ मिलकर आर्मी इस बात की जांचपड़ताल करने में लगी है कि आखिर कौन सी जानकारियां लीक की गई है। इसके अलावा जवान को कंप्यूटर का ऐक्सेस कैसे मिला।
जानकारी के मुताबिक बीते कई दिनों से आर्मी के वेस्टर्म कमांड में सारे कंप्यूटरों और इसके अलावा डिस्क, पेनड्राइव में स्टोर डेटा का ऑडिट किया जा रहा है और पता लगाने की कोशिश हो रही है कि जो जानकारियां लीक हुई हैं वे कितनी संवेदनशील हो सकती हैं। इसको लेकर कई अधिकारियों से पूछताछ भी हो रही है। यह भी पता चला है कि नई दिल्ली स्थित सेना के मुख्यालय से इस मामले में वेस्टर्न कमांड से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि आर्मी का सिपाही कुछ समय तक कैथल जेल में भी रहा। उसपर एक विवाद को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी। हो सकता है कि वहीं से वह किसी अपराधी के संपर्क में आया हो। इसके बाद अमरीक सिंह से उसका कॉन्टैट हो गया हो। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि जब मनप्रीत जेल में था तो इस बात की जानकारी सेना को थी या नहीं।
उन्होंने कहा, हमने अमरीक सिंह को ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया और उसकेमोबाइल फोन की फरेंसिक जांच करवाई। उसके फोन में सेना के बारे में कई संवेदनशील जानकारियां स्टोर थीं। हमने जब पूछताछ की तो उसने सिपाही मनप्रीत शर्मा का नाम कबूल किया। उसने कहा कि ये सारी जानकारियां मनप्रीत शर्मा से मिली हैं। उसने यह भी पताया कि वह किसी पाकिस्तानी के संपर्क में था जो अपना नाम शेर खान बताता था। अमरीक सिंह और आर्मी जवान दोनों को ही हिरासत में लिया गया है।