गुवाहाटी : असम के करीमगंज जिले में पिछले कुछ दिनों से लापता 47 वर्षीय पूर्व पंचायत सदस्य और भाजपा नेता का शव मिला है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने शुक्रवार रात जिले के पत्थरकांडी इलाके में भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता अब्दुल सत्तार का शव बरामद किया। गत 23 अक्टूबर को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। करीमगंज जिले के पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रतिम दास ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सत्तार के शरीर पर कई बाहरी चोटों के निशान हैं, जिससे पता चलता है कि उन्हें प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने कहा, ”परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि पीड़िता की हत्या की गई है।” इस बीच, मृतक अब्दुल सत्तार के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या में एक स्थानीय कांग्रेस नेता सुरमान अली और उनके दोस्त शामिल थे।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि वह अभी भी इस मामले की जांच कर रही है। सत्तार के परिजनों के मुताबिक, 23 अक्टूबर को रात करीब 9 बजे, जब वह घर पर थे, उनके पास कई फोन आए। उन्होंने बताया कि उन्हें स्थानीय विधायक के घर पर एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेना है। परिवार के एक सदस्य ने कहा, “वह वापस नहीं आए। जब हमने अगली सुबह उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन बंद था। हमने अगले दिन पुलिस और पार्टी के अन्य नेताओं को बताया।” सत्तार के बेटे ने संवाददाताओं से कहा कि उनके पिता को चार महीने पहले स्थानीय कांग्रेस नेताओं के एक समूह ने धमकी दी थी।
सत्तार के परिजनों के मुताबिक, उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे और शव को बोरे में ठूंस दिया गया था। उन्होंने कहा, “उनकी हत्या कर दी गई और शव को बड़े पत्थरों के साथ नदी में फेंक दिया गया।” शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “पीड़ित के हाथ और पैर बंधे हुए थे। उसके माथे पर चोट का बड़ा निशान है लेकिन जब तक हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक हम ज्यादा कुछ नहीं बता सकते।” पथारकांडी से भाजपा विधायक कृष्णेंदु पॉल ने मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “तथ्य यह है कि एक सार्वजनिक व्यक्ति लापता हो गया और उसका शव ऐसी अवस्था में पाया गया, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि यह हत्या थी। हम पुलिस द्वारा आरोपियों की पहचान के बाद उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं।”