मुंबई : मराठा आरक्षण के लिए चल रहा आंदोलन फिलहाल थम गया है। आंदोलन के नेता मनोज जारांगे पाटिल ने सरकार को 2 जनवरी तक का वक्त दिया है और कहा है कि यदि इस अवधि में फैसला नहीं हुआ तो फिर हम चक्काजाम कर देंगे। इस तरह मराठा आरक्षण को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार ने फिलहाल राहत की सांस ली है। लेकिन अब उनके ही एक मंत्री ओबीसी आरक्षण के लिए आंदोलन छेड़ सकते हैं, जिससे सरकार की चिंताएं दोतरफा हो जाएंगी। दरअसल शिंदे सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते हैं कि हमें ओबीसी आरक्षण को बचाने के लिए लड़ना होगा।
दावा किया जा रहा है कि इसमें छगन भुजबल एक कार्यकर्ता से बात कर रहे हैं। इस ऑडियो की लाइव हिंदुस्तान स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता। ऑडियो में सुना जा सकता है कि छगन भुजबल एक कार्यकर्ता से कहते हैं कि यह हमारे लिए करो या मरो जैसा मौका है और ओबीसी समाज के लिए चुप बैठना ठीक नहीं होगा। वह कहते हैं कि मराठा आरक्षण का बुलडोजर हमारी तरफ बढ़ रहा है, जिसका मुकाबला हमें करना होगा। भुजबल कहते हैं, ‘ये सभी लोग साथ आ गए हैं। हमें अ अपनी आवाज उठानी होगी। मैं तो कहता हूं कि अपनी बात रखिए। आप लोग कब तक अकेले बैठे रहेंगे? फिलहाल बुलडोजर तालुका-तालुका में जा रहा है। यदि आज ओबीसी नहीं बचा तो फिर यह करो और मरो वाली बात हो जाएगी।’
छगन भुजबल अपने कार्यकर्ता से कहते हैं कि मैं तो इसके खिलाफ खड़ा हूं। इस पर कार्यकर्ता कहता है कि हम तो 100 फीसदी आपके साथ हैं। अब आपको ही फैसला लेना है। दरअसल छगन भुजबल उन नेताओं में से हैं, जो मराठा समाज के लोगों को ओबीसी सर्टिफिकेट देने के खिलाफ रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसा करने से ओबीसी वर्ग का आरक्षण खत्म हो जाएगा। सारे मौके मराठाओं को मिल जाएंगे, जो तुलनात्मक रूप से मजबूत हैं। ऐसे में उन्होंने ओबीसी आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। छगन भुजबल का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।