मुंबई : बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, मुंबई में NDA को MVA से 2 लाख ज्यादा वोट मिले, लेकिन उनकी चार और हमारी दो सीटें आईं. फडणवीस ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे को ना मराठी मानुष का वोट मिला, ना उत्तर भारतीयों का वोट मिला. उन्हें सिर्फ उन लोगों का वोट मिला है, जिनके लिए उद्धव ठाकरे ने हिंदू भाई और बहनों कहना छोड़ दिया है. जिनके लिए उद्धव ठाकरे हिंदू हृदय सम्राट बाल ठाकरे के बजाए जनाब बालासाहब कहने लगे हैं.
हाल ही में संपन्न हुए आम चुनावों में शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई की छह में से तीन सीटें जीतीं हैं. जबकि भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और कांग्रेस एक-एक सीट पर चुनाव जीती है. पूरे राज्य में सबसे ज्यादा 13 सीटें कांग्रेस ने जीती हैं. बीजेपी और उद्धव गुट ने 9-9 सीटों पर जीत हासिल की है. शरद पवार गुट ने 9 सीटें जीती हैं. शिंदे गुट ने 7 और अजित पवार गुट ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. बीजेपी ने राज्य की 28 सीटों पर चुनाव लड़ा था. शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था. महाराष्ट्र में कुल 48 सीटें हैं.
फडणवीस ने आगे दावा किया कि अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने के लिए पिछले छह महीनों में उद्धव ठाकरे ने अपने भाषणों की शुरुआत ‘मेरे हिंदू भाइयों और बहनों’ कहना बंद कर दिया था. उन्होंने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष ने एक झूठी कहानी फैलाई और कहा कि बीजेपी संविधान बदलना चाहती है और आरक्षण समाप्त करना चाहती है, इससे हमें भारी नुकसान हुआ.
फडणवीस का कहना था कि मुंबई स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनावों की घोषणा हो चुकी है. हमें इसे फिर से जीतना है. हमने इसे कुछ साल पहले अपने पूर्व राजनीतिक सहयोगी (शिवसेना) को दे दिया था. अब इसे वापस जीतने का समय आ गया है. हमारी उम्मीदवार किरण शेलार जीतेंगी और यह साबित करेंगी कि बीजेपी के खिलाफ फर्जी कहानी अब से काम नहीं चलेगा.
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के पहले मुखिया हैं, जिन्होंने पूरे देश में संविधान लागू किया. पहले अनुच्छेद 370 के कारण संविधान जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होता था. उसके (अनुच्छेद 370) हटने के बाद अब वहां भी संविधान लागू है.
फडणवीस ने कहा, बीजेपी को मुंबई में 26 लाख वोट मिले. जबकि एमवीए उम्मीदवारों को 24 लाख वोट मिले, लेकिन वोटों के अंकगणित ने उनकी मदद की और हम (सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना) सिर्फ दो सीटें जीत सके. डिप्टी सीएम ने कहा, यह भी एक अच्छा संकेत है कि आदित्य ठाकरे की वर्ली विधानसभा सीट उनके उम्मीदवार (दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट) को सिर्फ 6 हजार वोटों की बढ़त दे सकी है. इसका स्पष्ट मतलब है कि उद्धव गुट का करिश्मा खत्म हो गया है और नागरिक चुनावों में बीजेपी बढ़त बनाएगी.
मुंबई में बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा, जब मोदी, अमित शाह ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया था. तब भी यूथ टॉक ने इसका स्वागत नहीं किया था. लेकिन वोट बैंक तुष्टिकरण के लिए आज मुस्लिम समाज के लोग गले लग रहे हैं और नंगी तलवारें अपना रहे हैं अस्तित्व में ले रहे हैं.