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पेट या कमर दर्द को न करें अनदेखा, इस गंभीर बीमारी के हो सकते हैं लक्षण

नई दिल्ली : किडनी स्टोन का दर्द न केवल असहनीय होता है बल्कि ये व्यक्ति का हाल से बेहाल कर देता है। कडनी स्टोन बनने के कई कारण हो सकते हैं। इसका दर्द पेट या पीठ में कहीं भी हो सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार, कम पानी पीने की समस्या इसके बनने का सबसे अहम कारण होता है। इसके अलावा, गलत खानपान भी किडनी स्टोन बनने का कारण हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि खानपान में कुछ सुधार करके किडनी स्टोन के बनने की क्षमता को कम किया जा सकता है।

एक व्यक्ति को प्रतिदिन 12-16 कप पानी पीना चाहिए। हृदय और गुर्दे की समस्या वाले लोगों को अपने विशेषज्ञों की सलाह का पालन करना चाहिए। इसके अलावा, यूरीन को साफ और गंदमुक्त रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं।

ज्यादा नमक वाली चीजें या सोडियम का ज्यादा सेवन आपके शरीर में कैल्शियम के स्तर को बढ़ाता है और यूरीन में साइट्रेट को कम करता है। इससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। ताजा फलों का सेवन करें- रोजाना ताजा फलों का सेवन किडनी स्टोन के बनने की संभावना को कम करता है।

मीट का सेवन अधिक करने करने से यूरीन में यूरिक एसिड, कैल्शियम और ऑक्सालेट के लेवल को बढ़ा सकता है। इससे किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ सकता है। प्रतिदिन केवल 6-8 औंस मीट खाने की सलाह दी जाती है।

आप डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करके शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बनाए रख सकते हैं। सप्लीमेंट की तुलना में फल, सब्जी और डेयरी प्रोडक्ट से कैल्शियम प्राप्त करना बेहतर है, क्योंकि बहुत अधिक कैल्शियम(calcium) किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है।

खट्टे फलों में पाया जाने वाला साइट्रेट किडनी स्टोन के निर्माण को रोकता है। नींबू और चूना साइट्रेट के सबसे अच्छे स्रोत साबित हुए हैं। इसके अलावा, संतरे और अंगूर (Grape) भी किडनी स्टोन के बनने को रोकते हैं।

ऑक्सालेट एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है जो कई प्रकार की खाने की चीजों में पाया जाता है। पालक, बेरीज, बीट, चॉकलेट, फ्रेंच फ्राइज, नट्स, सोया प्रोडक्ट आदि में ऑक्सालेट (oxalate) की हाई मात्रा पाई जाती है। इनका सेवन सीमित मात्रा में करें।

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