बड़े शराब कारोबारी के साथ कन्हैया की तस्वीर के बाद उठे कई सवाल
एजेंसी/जेेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का शराबबंदी पर बयान कई सवाल खड़े कर रहा है. उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया था. उसके बाद शनिवार को लालू प्रसाद यादव के आवास पर कन्हैया को बड़े शराब कारोबारी विनोद जायसवाल के साथ देखा गया. इसके अलावा मीडिया से बात करते हुए विनोद जायसवाल कन्हैया के पीछे साये की तरह खड़े दिखे .
सवाल उठ रहे हैं कि क्या कन्हैया की बिहार यात्रा को शराब कारोबारी ने फाइनेंस किया है? शनिवार की तस्वीरों पर गौर करें तो कन्हैया के काफिले में 11 गाड़ियां थीं. जिनमें से कुछ स्कॉर्पियों और एक टाटा सफारी गाड़ी थी. चॉकलेटी रंग की टाटा सफारी में कन्हैया खुद बैठा हुआ था
पटना को कन्हैया के कार्यक्रम से पहले पोस्टरों और होर्डिंग से पाट दिया गया. कई जगहों पर लगे होर्डिंग्स ऐसे थे जिसके लिए नगर निगम को मोटा किराया चुकाना पड़ता है. ये सब खर्च कन्हैया के लिए आखिर किसने किया ? कन्हैया ने शनिवार को पब्लिक मंच से खुलेआम शराबबंदी का विरोध किया और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला तक करार दिया था.
शराब पर कन्हैया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि कन्हैया ने नीतीश की शराबबंदी की हवा निकाल दी है और उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए कि क्या वे कन्हैया के बयान से समहत हैं या नहीं? उन्होंने कहा कि यह साफ है ये सभी लोग मोदी फोबिया से ग्रसित लोग हैं. मोदीजी का विरोध करने के लिए ये लोग किसी से भी हाथ मिला सकते हैं. यही कारण है कि शराब माफिया के साथ उनके कार्यक्रम हो रहे हैं. साथ वो घूम रहे हैं और कर रहे हैं.
कौन हैं विनोद जायसवाल ?
विनोद जायसवाल बिहार के ही रहने वाले हैं और झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा सहित कई राज्यों में इनका शराब का बड़ा कारोबार है. कहा जा रहा है कि कन्हैैया ने लालू यादव से शनिवार को करीब डेढ़ मुलाकात की और इस दौरान विनोद जायसवाल मौजूद रहे.