कोलकाता । सीबीआई ने गुरुवार शाम को पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गंगोपाध्याय को राज्य में कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सूत्रों ने कहा कि गंगोपाध्याय को कुछ दस्तावेजों के साथ गुरुवार सुबह केंद्रीय एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया था। उनसे घंटों पूछताछ की गई और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें पहले सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया। ताजा उपलब्ध जानकारी के अनुसार, चिकित्सा जांच के बाद गंगोपाध्याय को एजेंसी के निजाम पैलेस कार्यालय में वापस लाया गया है और पूछताछ का एक और दौर शुरू हो गया है। उन्हें शुक्रवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
संयोग से, गुरुवार को ही सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव, पार्थ चटर्जी की हिरासत मांगी, जो घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी के बाद पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं।
मामला शुक्रवार को सुनवाई के लिए आएगा और चटर्जी को सुनवाई के दौरान अदालत में पेश होना है।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उनके अधिकारियों ने अब तक कुछ लापता लिंक की पहचान नहीं की है और साथ ही डब्ल्यूबीएसएससी घोटाले से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब भी दिए हैं।
सीबीआई के एक सहयोगी ने कहा, “अगर हम पार्थ चटर्जी को हिरासत में लेते हैं, तो हम गंगोपाध्याय के साथ आमने-सामने बैठकर उनसे पूछताछ कर सकते हैं। हम निश्चित रूप से ये लापता लिंक सामने लाएंगे।”
गंगोपाध्याय के खिलाफ मुख्य आरोप बिना क्रॉस-चेकिंग के डब्ल्यूबीएसएससी की स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिशों का पालन करते हुए सभी मानदंडों का उल्लंघन करते हुए नियुक्ति पत्रों के वितरण का है।