सोने की खरीदारी में चीन ने भारत को छोड़ा पीछे, सिक्कों में निवेश 28 फीसदी तक बढ़ा
नई दिल्ली: चीन इस साल सोने की खरीदारी में भारत को भी पीछे छोड़ दिया है। चीन इस समय सोना खरीदने वाले देशों में पहले नंबर पर है। बीते समय में भारत दुनिया का सबसे ज्यादा सोना खरीदने वाला देश बना हुआ था, लेकिन अब चीन खरीदारी के मामले में टॉप पर है। चीन में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी बनी हुई है। इस साल सोने की कीमत 2,400 डॉलर प्रति औंस से ऊपर जा पहुंची है, और वैश्विक बाजारों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। चीन में गोल्ड की ज्वेलरी की डिमांड 10 फीसदी बढ़ी है, जबकि भारत में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस बीच चीनी सिक्कों में निवेश 28 फीसदी तक बढ़ गया है।
17 महीने से गोल्ड खरीद रहा है चीनी बैंक
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन में एक ओर सेंट्रल बैंक लगातार 17 महीने से गोल्ड खरीदते जा रहा है, वहीं दूसरी ओर लोगों ने चीनी नव वर्ष के मौके पर खूब सोना खरीदा है। जनवरी-मार्च के दौरान लोगों की सोने की खरीद पिछले साल से 34 फीसदी ज्यादा रही है। चीन दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का उत्खनन करता है, लेकिन इसके बाद भी उसे बाहर से भारी पैमाने पर खरीदना पड़ता है। पिछले 2 साल में चीन ने अन्य देशों से 2,800 टन से ज्यादा सोना खरीदा है। यह अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के कुल स्वर्ण भंडार के एक तिहाई के बराबर है।
सबसे ज्यादा सोने का खनन करता है चीन
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन भले ही किसी भी अन्य देश की तुलना में सोने का ज्यादा खनन करता हो, लेकिन फिर भी उसे बहुत ज्यादा आयात करने की जरूरत पड़ती है। हाल ही में शिपमेंट की गति में तेजी आई है। चीन के चंद्र नववर्ष उपहारों का पीक सीजन है, इससे पहले आयात में उछाल आया है। यह साल के पहले दो महीनों में 2023 की तुलना में 53 फीसदी ज्यादा है। चीन में कमजोर युआन के बावजूद चीन में सोने की मांग ज्यादा बनी हुई है। एक प्रमुख आयातक के रूप में चीन में सोने के खरीदारों को अक्सर अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर प्रीमियम देना पड़ता है। महीने की शुरुआत में यह बढ़कर 89 डॉलर प्रति औंस हो गया। पिछले साल का औसत 35 डॉलर रहा है, जबकि ऐतिहासिक औसत सिर्फ 7 डॉलर रहा है।