मध्य प्रदेशराज्य

बड़े स्तर पर प्रशासनिक जमावट के बाद भी कई पदों पर पदस्थापना का इंतजार

भोपाल: वित्त विभाग में एक साथ लंबे समय से वरिष्ठ अफसरों की अधिकता को इस प्रशासनिक सर्जरी में सरकार ने संतुलित करते हुए कम कर दिया है। यहां एक अपर मुख्य सचिव, दो प्रमुख सचिव हो गए थे। इसलिए दो अफसरों का हटना तय था। अमित राठौर को प्रमोशन के बाद से ही स्वतंत्र काम नहीं दिया गया था वहीं गुलशन बामरा के पास वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी , योजना आयोग और खेल एवं युवा कल्याण जैसे कई काम एक साथ थे, उनका लोड कम करने के लिए उन्हें यहां से हटाया गया है। वहीं आयुक्त कोष एवं लेखा का काम लोकेश जाटव से लेकर वहां अभिजीत अग्रवाल को पदस्थ किया गया है।

लंबे समय से प्रतीक्षित आईएएस अफसरों की प्रशासनिक सर्जरी में अभी मैदानी पदस्थापनाएं बदली जाना बाकी है। वहीं कृषि उत्पादन आयुक्त, प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड, वाणिज्य कर अपीलीय बोर्ड अध्यक्ष के पद खाली है। प्रशासन अकादमी में महानिदेशक के पद पर भी किसी वरिष्ठ अफसर की पोस्टिंग होना बाकी है क्योंकि सामान्य प्रशासन कार्मिक की प्रमुख सचिव दीप्ती गौड़ मुखर्जी के पास यहां की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। राजस्व मंडल अध्यक्ष का काम संभाल रहे अश्विनी राय के पास मछुआ एवं मत्स्य कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव का चार्ज भी है। राजस्व मंडल अध्यक्ष ग्वालियर में बैठते है और एसीएस मत्स्य पालन को भोपाल में बैठना पड़ता है। वहीं अपर मुख्य सचिव महिला एवं बाल विकास अशोक शाह के पास संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। यहां भी किसी की पोस्टिंग होना बाकी है।

प्रशासनिक फेरबदल में चार अफसरों का कद बढ़ा है। छवि भारद्वाज को राष्टÑीय स्वास्थ्य मिशन केएमडी से हटाकर एमडी मेट्रो और अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। मार्कफेड के एमडी पी नरहरि को एमएसएमई के सचिव के साथ साथ उद्योग आयुक्त जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। मार्कफेड एमडी की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी उनके पास रहेगी। मुख्यमंत्री के सचिव एम सेलवेन्द्रन को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव का काम कम किया तो पंजीयन एवं महानिरीक्षक एवं अधीक्षक मुद्रांक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौपी गई है। विमानन विभाग भी उनके पास रहेगा। खनिज विभाग के अपर सचिव को संचालक महिला बाल विकास और अटल बिहारी बाजपेयी बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन के मिशन संचालक जैसे स्वतंत्र प्रभार देकर उनका कद बढ़ाया गया है। वहीं तरुण पिथौड़े को नागरिक आपूर्ति निगम का एमडी बनाया गया है।

तरुण कुमार पिथौड़े नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी बनाए गए हैं। इससे पहले वे संचालक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण के पद पर पदस्थ थे। वहां रहते हुए उन्होंने प्रदेश स्तरीय अन्न महोत्सव की बेहतर प्लानिंग की जो बेहद सराही गई। इसके साथ ही उन्होंने पीडीएस सिस्टम को दुरूस्त करने में अहम भूमिका निभाई जिसके चलते उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का एमडी बनाया गया है।

मंत्रालय के अफसरों के प्रशासनिक फेरबदल के साथ आने वाली कलेक्टरों की ट्रांसफर लिस्ट फिलहाल रुक गई लेकिन इसी हफ्ते यह सूची जारी होगी जिसमें आठ से नौ कलेक्टर बदले जाएंगे। इसके साथ ही रीवा और चंबल मे कमिश्नर के पदों पर भी पूर्णकालिक अफसर पदस्थ किए जा सकते है। अनिल सुचारी एडिशनल कमिश्नर के रूप में रीवा और आशीष सक्सेना चंबल कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार देख रहे है।

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