पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मांग, पाकिस्तान के आम चुनाव में जनादेश चुराने वालों के खिलाफ हो देशद्रोह कार्यवाही
नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने फरवरी में हुए आम चुनाव में कथित तौर पर जनादेश चुराने वाले अधिकारियों के खिलाफ देशद्रोह की कार्यवाही शुरू करने की मांग की है। खान की यह टिप्पणी तब आई जब उन्होंने शनिवार को अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई के बाद पत्रकारों से बात की।
इस मामले में इमरान के अलावा उनकी पत्नी बुशरा बीबी, सहयोगी फराह गोगी और दिग्गज कारोबारी मलिक रियाज भी शामिल है। पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित 90 से अधिक स्वतंत्र उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली में अधिकतम सीट जीती थीं, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने चुनाव के बाद समझौता किया और देश में गठबंधन की सरकार बनाई।
पीटीआई का कहना है कि नई सरकार जनादेश चुराकर बनाई गई है। ‘डॉन’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, खान ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी को तीन करोड़ से अधिक वोट मिले, जबकि बाकी 17 राजनीतिक दलों को संयुक्त रूप से इतने ही वोट मिले। उनकी पार्टी ने चुनाव में अनियमितताओं को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सामने उठाया और गैर-सरकारी संगठनों ने भी चुनावी प्रक्रिया में खामियां बताईं। पहले पीटीआई को एक साजिश के तहत उसके चुनाव चिह्न बल्ला से वंचित किया गया और फिर उसे आरक्षित सीट में उसके हिस्से से वंचित कर दिया गया।”