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जानिए नवजात के कान को जरूरत अनुसार साफ करने का आसान तरीका

ईयर वैक्स मतलब कान में जमी गंधक कान को पानी, इंफेक्शन और छोटे कीटाणुओं से बचाती हैं कान हमारे शरीर का बेहद संवेदनशील अंग है। लेकिन कान में सुरक्षा परत के न होने के कारण कान में धूल और गंदगी जमा हो जाती है। साथ ही वैक्‍स बनने से कान बंद हो जाता है|

हालाकि ईयर वैक्‍स कानों की सुरक्षा के लिए होते हैं लेकिन जब यह बहुत ज्‍यादा जमा हो जाती है तो सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। कई बार इसके कारण कान में दर्द और संक्रमण का भी खतरा हो जाता है। इसलिए इसको नियमित अंतराल पर साफ करने की जरूरत होती है। घरेलू उपायों से सावधानी बरतते हुए वैक्‍स को साफ किया जा सकता है। ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में हम आपको बता रहे हैं।

कान-गंधक होती क्या है ?
कान की गंधक एक प्रकार की रंगहीन वैक्स होती है जो धीरे-धीरे पीले या ब्राउन रंग में तबदील हो जाती है। कान की गंधक यानि ईयर वैक्स में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। जो कानों को बाहरी बाहरी गंदगी से बचाने के लिए एक फिल्टर का काम करती है। इसके अलावा यह एक प्राकृतिक क्लिंजर है जो कानों में मौजूद बालों की गंदगी को इकट्ठा करने का काम करता है। वास्तव में ईयरवैक्स के बिना बच्चे या मानव के कान में हमेशा खुजली या इरीटेशन फील होती रहेगी।

कैसे काम करती है ईयर वैक्स?
कान की गंधक एक प्रकार की रंगहीन वैक्स होती है जो धीरे-धीरे पीले या ब्राउन रंग में तबदील हो जाती है। कान की गंधक यानि ईयर वैक्स में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। जो कानों को बाहरी गंदगी से बचाने के लिए एक फिल्टर का काम करती है। इसके अलावा यह एक प्राकृतिक क्लींजर है जो कानों में मौजूद बालों की गंदगी को इकट्ठा करने का काम करता है और जब हम इसे पूरी तरह से साफ कर देते हैं तो कान में हमेशा खुजली या इरीटेशन होनी शुरु हो जाती है।

कोशिकाएं अपने आप साफ करती हैं मैल
कान चाहे बच्चे का हो या फिर बड़े का, कान अपनी सफाई अपने आप ही करता रहता है। कान की कोशिकाओं में एक अद्वितीय गुण पाया जाता है, जिसके जरिए कान अपनी सफाई खुद-ब-खुद करते हैं। यदि आप सोचते हैं कि कानों की सफाई न करने पड़ मैल बढ़ते-बढ़ते जम जाएगी, तो ऐसा सोचना बंद कर दीजिए। कान की गंधक नैचुलर तरीके से बनती और खत्म होती रहती है। यहां तक कि खाना खाते वक्त जबाड़ों की हिलजुल से भी कानों की मैल अपने आप अंदर बाहर होकर खत्म होती रहती है। बच्चे के कान की गंधक भी उसके खाना खाते वक्त मुंह खोलने, खेलते और शरारतें करते वक्त अपने आप खत्म होती रहती है।

लेकिन ऐसा नहीं है कि आप कान की बिलकुल सफाई बंद कर दें, खासकर नवजात की लेकिन उससे पहले कुछ बातों का ध्यान जरूर दें।

तीखी चीजों से साफ ना करें कान
बच्चों की त्वचा बेहद नाजुक होती है, सख्त और नुकीली चीज का इस्तेमाल बच्चे के कान में दर्द या फिर इंफेक्शन पैदा कर सकता है जो आगे चलकर बच्चे के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है। ऐसे में बच्चे का कान साफ करने के लिए सॉफ्ट रुई वाले ईयर बड् का इस्तेमाल करें।

बेबी ऑयल
बेबी ऑयल से कान साफ करने के दो फायदे हैं, एक तो इससे कान नैचुरल तरीके से साफ होंगे साथ ही तेल की कोशिकाओं को पोषण भी मिलेगा। बेबी ऑयल से कान साफ करने के लिए तेल की कुछ बूंदे कान में डालें। उसके बाद कानों को कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। तेल डालने से वैक्स मुलायम हो जाएगा और आसानी से सारी वैक्स अपने आप बाहर निकल आएगा। फिर रुईं या मलमल के कपड़े से आप बाहर निकली हुई वैक्स साफ कर लें। कानों में तेल डालने के लिए आप ड्रॉपर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

नमक और पानी का घोल
हलके गर्म पानी में 1 छोटा चम्मच नमक घोल लें। अब टूथपिक पर रुई चढ़ाकर घोल में अच्छी तरह भिगो लें। अब उस टूथपिक के साथ बच्चे का कान हल्के हाथों से साफ करें। बच्चे का कान साफ करने का इससे आसान और कोई तरीका नहीं है।

बादाम का तेल
ईयर वैक्स को साफ करने के लिए बादाम के तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए कान में 1 या 2 बूंद बादाम का तेल डालकर सर को उसी दिशा में रहने दें। 5 मिनट तक ऐसे ही रहें और उसके बाद रुई लगाकर कान बंद कर दें। ऐसा करने से वैक्स मुलायम हो जाएगी और आराम से साफ़ हो जाएगी।

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