चंडीगढ़ : मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बाद अब हरियाणा के अरावली में बनाई जाने वाली जंगल सफारी में भी चीते फर्राटा भरते नजर आएंगे। हरियाणा सरकार ने जंगल सफारी की योजना में चीतों को भी शामिल करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को चंडीगढ़ में इसकी घोषणा की।
जंगल सफारी में चीते लाने के लिए केंद्र सरकार की मदद ली जाएगी। यहां शेर की प्रजातियां भी होंगी। इनके लिए अलग जोन होगा। जंगल सफारी में 10 जोन बनाए जाएंगे। इसमें एक बड़ा हर्पेटेरियम, बर्ड पार्क, बिग कैट्स के चार जोन, शाकाहारी जानवरों के लिए एक बड़ा क्षेत्र, विदेशी पशु पक्षियों के लिए जोन, एक अंडरवाटर वर्ल्ड, टूरिज्म जोन, बॉटनिकल गार्डन इत्यादि होंगे।
मुख्यमंत्री के मुताबिक इस योजना के विकसित होने से न केवल राज्य में पर्यटन को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के पर्याप्त अवसर भी मिलेंगे।
अध्ययन केंद्र बनेगा
सफारी में सुविधाओं के डिजाइन और संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियां चिह्नित की गई हैं। यहां शोध छात्रों के लिए अध्ययन केंद्र भी बनाया जाएगा।
इस सफारी में विश्व के अलग-अलग हिस्सों से जानवर, फूल, जीव-जंतुओं की प्रजातियों को लाने की योजना है। यहां शेर की सभी प्रजातियों के अलावा 180 प्रजातियों के पक्षी, 29 प्रकार के जलीय जीव, 57 प्रजातियों की तितलियां भी नजर आएंगी। यह एशिया का सबसे बड़ा एडवेंचर जोन होगा।
अरावली में दुनिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी होगी। शारजाह में ये दो एकड़ में फैली है, जबकि यहां इसे 10 हजार एकड़ में बनाया जाएगा। इसके लिए गुरुग्राम में छह हजार और नूंह में चार हजार एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। अफ्रीका के जंगल प्राकृतिक रूप से बने हैं, जबकि अरावली के जंगल सफारी शारजाह की तरह बनेगा।