जयपुर : राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। इसी के मद्देनजर दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की बैठक ली और पूरी तैयारी तथा एकजुटता के साथ काम करने के निर्देश दिए। इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहे। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक नवंबर को राजस्थान के मानगढ़ धाम मैं बड़ी रैली एवं जनसभा करने की तैयारियों को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई। मानगढ़ धाम आदिवासियों का बड़ा धार्मिक स्थल माना जाता है। इस रैली के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में होने वाले चुनाव में आदिवासी वोट बैंक को साधने एवं राजस्थान व मध्यप्रदेश के आदिवासी वोट बैंक पर पकड़ मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
एक साथ इसी के साथ ही प्रदेश भाजपा की ओर से राज्य सरकार को घेरने के लिए 17 नवंबर से हर विधानसभा क्षेत्र स्तर पर जन आक्रोश रैली एवं सभाओं का आयोजन किया जाएगा। राज्य की कांग्रेस सरकार के 4 साल पूर्ण होने पर जयपुर में 17 दिसंबर को एक बड़ी सभा करने की तैयारी है। इन सभी विषयों को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोर कमेटी की बैठक बुलाई थी। बागी और पार्टी से बाहर हुए नेताओं की होगी वापसी कोर कमेटी की बैठक के बाद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ अलग से एक बैठक ली।
माना जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं के बारे में चर्चा की गई। संभवतया इन नेताओं की जल्द ही पार्टी में वापसी होगी। कोर कमेटी की बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व राज्यसभा सांसद ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल कैलाश चौधरी सहित प्रदेश कोर कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहे।