उत्तराधिकारी चुनने में मायावती से आगे निकले सतीश मिश्रा, अब बेटे को भी पकड़ाई राजनीति की राह
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में अब हर रोज नए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कुछ दिन पहले बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का ऐलान किया था की जब भी कोई उत्तराधिकारी चुनने का मौका आएगा तो उनका उत्तराधिकारी एक दलित ही होगा। लेकिन इस मामले में उनके बेहद करीबी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा काफी आगे निकलते दिखाई दे रहे हैं। सतीश मिश्रा ने अपना उत्तराधिकारी चुनते हुए अपने बेटे कपिल मिश्रा को राजनीतिक मैदान में उतार दिया है। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या सतीश मिश्रा भी दूसरी पार्टियों की तरह बसपा में अपने परिवारवाद को बढ़ावा देंगे और क्या बहनजी इसे स्वीकार करेंगी।
राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने 2 सितंबर को इस बात का ऐलान किया था कि उनकी पत्नी कल्पना कल्पना मिश्रा राजनीतिक पारी का आगाज करते हुए बसपा के महिला प्रबुद्ध सम्मेलनों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। अपने इस घोषणा के साथ सतीश मिश्रा ने एक ट्वीट किया था जिसमें उनकी धर्मपत्नी कल्पना मिश्र महिला प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिखाई दे रहीं थीं। सतीश मिश्रा के इस ऐलान के बाद ही लखनऊ के सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थीं।