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बटेश्वर में पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृतियां होंगी ‘अटल’, लगेगी प्रतिमा, होंगी ये सुविधाएं

आगरा: अटल जी का बटेश्वर बदल रहा है, धीरे-धीरे ही सही विकास के मार्ग पर चल रहा है। बदल रही हैं अब तो बटेश्वर की गलियां भी, अब तो खिली-खिली सी हैं फूलों की कलियां भी। यह पंक्तियां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के गांव बटेश्वर में बदलाव की कहानी को बयां कर रही हैं। यमुना में जहां अटल जी डुबकियां लगाते थे, उन घाटों का जीर्णोद्वार चल रहा है। जिस रानी घाट से सीएम योगी ने अटल जी की अस्थियों का विसर्जन किया था, उसका कायाकल्प हो रहा है। प्राचीन मंदिर श्रंखला का मुख्य प्रवेश द्वार सज और संवर रहा है। यही नहीं, संकुल केंद्र निर्माण से लाडले अटल की स्मृतियां स्थायी सहेजी जा रही हैं।

आज भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर पर शनिवार को उनके पैतृक गांव बटेश्वर में विकास के बदलाव को गति देने आ रहे हैं। अटल सांस्कृतिक संकुल केंद्र के शिलान्यास के साथ कुछ और घोषणाएं भी मुख्यमंत्री कर सकते हैं। 14 करोड़ से बन रहे वाजपेयी यज्ञ स्थल में अटल सांस्कृतिक संकुल केन्द्र का निर्माण कार्य तेजी पर है। अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापना का कार्य भी तेजी से जारी है। संकुल में फोटो गैलरी और प्रदर्शनी स्थल का निर्माण चल रहा है। इसके साथ लाइब्रेरी का काम भी जारी है। यमुना किनारे बाउंड्री का काम चल रहा है।

रानी घाट और महादेव घाट का जीर्णोद्धार
पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने बताया कि सात करोड़ रुपये से बटेश्वर मंदिर श्रृंखला के यमुना किनारे बन रहे घाटों का निर्माण कार्य चल रहा है। ब्रज की काशी बटेश्वर में मंदिर श्रंखला के तीन घाटों का जीणोद्धार हो चुका है। रानी घाट, महादेव घाट भी लाल पत्थर से संवरकर श्रद्धालुओं को अपनी और आकर्षित कर रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिए अब यह सेल्फी प्वाइंट बन गए हैं। मुख्य पुजारी जयप्रकाश गोस्वामी ने बताया कि रानी घाट और महादेव घाट के जीर्णोद्धार और प्रवेश द्वार के आकार लेने के बाद बटेश्वर मंदिर श्रंखला की सुंदरता में चार चांद लगे हैं।

मुख्य द्वार को मिला भव्य रूप
मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में 50 लाख की लागत से मुख्य प्रवेश द्वार आकार लेने लगा है। लाल पत्थर से इसको कलात्मकता दी जा रही है। भोले की नगरी बटेश्वर में बन रहा भव्य प्रवेश द्वार मंदिर श्रखला की सुंदरता में चार चांद लगा रहा है। लाल पत्थर की चमक श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।

पैंटून पुल की हो सकती है घोषणा
पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने बताया कि बटेश्वर में पैंटून पुल की मांग भी की जा रही है। इसके लिए शासन में पत्र भी लिखा गया था। इस पैंटून पुल के बनने के आसपास के गांवों में रहने वाली आबादी को काफी लाभ होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पैंटून पुल की घोषणा कर सकते हैं।

स्मृतियां सहेज रहे ‘अपने’
अटलजी की स्मृतियों को सहजने के लिए क्षेत्र के समाजसेवी भी आगे आ रहे हैं। उनके खंडहर पड़े पैतृक आवास की ओर एक स्थानीय समाजसेवी का ध्यान गया है। समाजसेवी धीरज सिंह करोरिया ने अटलजी के पैतृक आवास को जाने वाले रास्ते पर 50 हजार की लागत से एक गेट का निर्माण करा दिया है। सिकरवार समाज के अध्यक्ष धीरज सिंह करोरिया कहते हैं कि अभी वे पैतृक आवास को जाने वाले गेट का निर्माण करा रहे हैं। जल्द ही अनुमति मिलने पर अटलजी के खंडहर पैतृक आवास पर भी निर्माण कराएंगे।

सीएम के सामने रखेंगे सैनिक स्कूल की मांग
पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने बताया कि बाह से बड़ी संख्या में लोगों ने सेना में रहकर देश की सेवा की है। यहां सेना की भर्ती की तैयारी के लिए सुविधाओं का अभाव है। वर्षों से क्षेत्र में सैनिक स्कूल की स्थापना की मांग की जा रही है। विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने कहा कि सैनिक स्कूल बाह क्षेत्र में कहीं भी बन जाए। पूरे जिले की जनता को लाभ होगा।

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