मध्य प्रदेशराज्य

नई विमान सेवाओं से बढ़ेगा प्रदेश में पर्यटन और निवेश: मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल से नई दिल्ली अतिरिक्त विमान सेवा प्रारंभ होने से प्रदेश में पर्यटन के विकास और नए निवेश को लाने में सहयोग मिलेगा। भोपाल और इंदौर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के प्रारंभ होने से प्रदेश लाभान्वित होगा। मुख्यमंत्री चौहान आज शाम केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इंडिगो की फ्लाइट प्रारंभ किए जाने के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा संबोधित कर रहे थे। यह फ्लाइट प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान ने आग्रह किया था। मुख्यमंत्री चौहान के साथ कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्‍ते उपस्थित थे। सांसद सुप्रज्ञा ठाकुर भी वीसी द्वारा कार्यक्रम में शामिल हुईं।

आत्म-निर्भर भारत के मंत्र को साकार करेंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल के नागरिकों की बहुत वर्ष से मांग थी कि मध्यप्रदेश से दिल्ली की एयर कनेक्टिविटी में वृद्धि हो। इस सुविधा का लाभ केवल यात्रियों के आवागमन के लिए नहीं होगा। इसका लाभ उद्योगों को लगाने, नए इनवेस्टमेंट को आमंत्रित करने, बिजनेस और व्यापार तथा मध्यप्रदेश के पर्यटन को बढ़ाने में भी मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने आत्म-निर्भर भारत का मंत्र दिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए गत वर्ष तय किया था कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए चार प्रमुख आयाम होंगे। इनमें एक अधोसंरचना भी है। हर तरह के परिवहन को बढ़ावा देना भी इसमें शामिल है। इससे पयर्टन क्षेत्र को लाभ होगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि भोपाल में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ें। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी सभी तरह का कारोबार बढ़े। विंध्य क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं। सीधी, सिंगरौली या बुंदेलखण्ड अंचल के सागर को भी कनेक्टिविटी की दृष्टि से समृद्ध करेंगे, तो निश्चित तौर पर यहाँ भी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। जबलपुर संभाग का कान्हा और शहडोल संभाग का बांधवगढ़ नेशनल पार्क, टाइगर रिजर्व है। कटनी,सतना और सिंगरौली औद्योगिक क्षेत्र हैं। जबलपुर संस्कारधानी होने से यहाँ से उड़ानें शुरू की गई हैं, जिससे पर्यटकों को सुविधा मिले और व्यापार को बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी। भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। यहाँ अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रारंभ होना अत्यंत आवश्यक है। इंदौर से भी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रारंभ होना चाहिए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल को अगर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलेगा तो निश्चित रूप से अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी का लाभ पूरे प्रदेश को प्राप्त होगा।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और वी.के. सिंह का माना आभार
मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वी.के. सिंह का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में अनेक नेशनल पार्क, विश्व धरोहर स्मारक, आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल हैं। इंदौर प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी है। हवाई सेवाएँ बढ़ने से पूरे प्रदेश को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश को आज जो सौगात मिली है उसके लिए केन्द्र सरकार धन्यवाद की पात्र है।

खजुराहो की अर्थ-व्यवस्था पर पड़ा है फर्क
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल खजुराहो में कोरोना काल में अर्थ- व्यवस्था प्रभावित हुई है। हवाई सेवाएँ बंद होने से पर्यटकों की संख्या में कमी आई। यह आवश्यक है कि अब पूर्वानुसार सभी फ्लाइट्स खजुराहो आएँ जिससे स्थानीय व्यवसायियों को भी आर्थिक क्षति न हो। उड़ान योजना में मध्यप्रदेश को लाभ प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि खजुराहो के पास धमना जैसे छोटे स्थान पर रूरल होमस्टे संचालित हैं। यहाँ विदेशी पर्यटक आकर ठहरते हैं जो यहाँ के माटी शिल्पकारों के उत्पाद भी खरीदते हैं।

मध्यप्रदेश में एयर क्राफ्ट मूवमेंटस में 60 प्रतिशत की वृद्धि
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। झीलों की नगरी का विश्व में नाम है। भोपाल में इतिहास और भविष्य का समागम दिखाई देता है। सिंधिया ने कहा कि गत चार माह में नागर विमानन सुविधाएँ बढ़ी हैं। जुलाई माह के पहले के करीब 554 एयर क्राफ्ट मूवमेंटस अब बढ़ कर 870 हो गए हैं। यह वृद्धि 60 प्रतिशत है। पहले 27 शहर हवाई सेवाओं से जुड़े थे, आज मध्यप्रदेश के 22 शहर बढ़कर संख्या 49 हो गई है। यह वृद्धि 82 प्रतिशत है। आज इंदौर से प्रयागराज, सूरत और जोधपुर से भी नई सेवाओं को प्रारंभ किया गया है। एक दिन में मध्यप्रदेश को चार राज्य से जोड़ दिया गया है। हवाई आवागमन का जाल बिछाने का कार्य निरंतर चलेगा। मध्यप्रदेश के भीतर भी नगरों को परस्पर हवाई सेवाओं से जोड़ने के प्रयास होंगे। छोटे एयर क्राफ्ट भी चलाए जाएंगे, जिससे प्रदेश के वाइल्ड लाइफ से जुड़ी लोकेशंस को जोड़ा जाएगा।

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