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कड़ाके की ठंड से आज भी कांपेगा यूपी-बिहार, दिल्ली में भी छाया रहेगा कोहरा; जानें कब से मिलेगी राहत

नई दिल्ली : दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में बुधवार को भी कोहरे और शीतलहर का प्रकोप रहा। राजस्थान के चुरू में सबसे कम न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में कोहरे के कारण यातायात भी प्रभावित रहा। कोहरा और शीतलहर का यह दौर अभी तीन दिन तक जारी रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि चूरू के बाद सीकर के फतेहपुर में मंगलवार रात न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। करौली में न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस रहा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण, राज्य के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। 29 दिसंबर को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में एक या दो स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम मुख्य रूप से रेगिस्तानी राज्य के शेष हिस्सों में शुष्क रहेगा।

उत्तर पश्चिम भारत में घने कोहरे और शीतलहर की एक नई लहर शुरू होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3-7 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। अभी तीन दिन तक पूर्वोत्तर समेत यूपी, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, हरियाणा में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 29 और 30 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ जाएगी। वहीं, घाटी में पारा गिरने के कारण कश्मीर में शीतलहर की स्थिति और बढ़ गई है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 29 और 30 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी की संभावना है। कश्मीर घाटी में डल झील और कई अन्य जलाशयों का अंदरूनी हिस्सा भी जम गया है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो मंगलवार रात शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम था।

पहलगाम में शून्य से 7.4 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया है। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। सीमावर्ती कुपवाड़ा जिले में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। जबकि घाटी के प्रवेश द्वार काजीगुंड में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। हालांकि पहलगाम और दक्षिण कश्मीर के आस-पास के इलाकों में थोड़ी देर के लिए हिमपात हुआ था। लेकिन घाटी सूखे के दौर से गुजर रही है और दिसंबर के अंत तक कोई बड़ी वर्षा का अनुमान नहीं है। गुरुवार शाम से शुक्रवार तक कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना है।

पंजाब और हरियाणा में बुधवार को भी कड़ाके की ठंड जारी रही। बठिंडा एक डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है। मौसम विभाग के अनुसार, दोनों राज्यों के कई हिस्सों में घने कोहरे की चादर भी छाई रही, जिससे दृश्यता कम रही। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 2.8 जबकि लुधियाना का न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटियाला, पठानकोट, फरीदकोट और गुरदासपुर में न्यूनतम तापमान क्रमश: 6.8, 7.1, 3.5 और 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा के नारनौल में 4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। राज्य के अन्य स्थानों में, अंबाला का न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस जबकि हिसार का न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। करनाल, रोहतक, भिवानी और सिरसा का न्यूनतम तापमान क्रमश: 6.7, 8.2, 4.3 और 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हवा की दिशा में बदलाव और दक्षिणी पछुआ हवाओं की तीव्र गति ने बुधवार को राज्य भर में कनकनी का विस्तार किया है। बर्फीली हवाओं के प्रवाह से राज्य भर के कई जिलों में दिन और रात के तापमान में भारी कमी आई है। दिन में देर तक धूप न निकलने से उत्तर बिहार के कई जिलों में शीतलहर जैसे हालात रहे। गुरुवार को मौसम की स्थिति के आधार पर चार पांच जिलों में शीत दिवस की घोषणा किए जाने के आसार हैं। जिन जिलों में दिन में भारी ठंड की स्थिति रही उनमें पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा और मुजफ्फरपुर शामिल हैं। पटना में भी लोगों ने दिनभर कनकनी महसूस की। यहां अधिकतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया।

मौसमविदों ने कहा है कि न्यूनतम तापमान में आंशिक गिरावट गुरुवार को भी बनी रहेगी और राज्य के दक्षिण पश्चिमी जिलों में एक दो जगहों पर शीत दिवस जैसे हालात बढ़ते हैं। मौसमविदों का अनुमान है कि गुरुवार को भी कमोबेश बुधवार की तरह ठंड और मौसम की स्थिति बनी रह सकती है। कई जिलों के अधिकतम तापमान में भी गिरावट के आसार है। बुधवार की सुबह से ही मौसम का रंग राज्य भर में बदला रहा। उत्तर बिहार के हिमालय की तराई वाले से सटे जिलों में घना कोहरा रहा, जबकि दक्षिण बिहार के अधिकतर जिले कनकनी की चपेट में रहे।

उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में अगले चार दिन कोहरे से राहत मिलती नहीं दिख रही है। पहाड़ों में जरूर मौसम बदलने जा रहा है। गुरुवार और शुक्रवार को राज्य के पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।

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