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नाक में डालनी होगी एक बूंद और कोरोना भाग जायेगा


नई दिल्ली । कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुनिया भर में कुल 12,75,135 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जबकि 69,502 लोगों की मौत हो चुकी है। इस जानलेवा वायरस की वैक्सीन ढूंढने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक दिनों-रात लगे हुए है। अब खबर मिली हैं कि हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी कोरोना पीड़ितों के लिए नाक के जरिए ली जाने वाली एक विशेष वैक्सीन तैयार कर रही है।

इस वैक्सीन को कोरोफ्लू नाम दिया गया है। कंपनी ने इसके निर्माण करने के लिए परीक्षण शुरू कर दिया है। भारत बायोटेक ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोरोफ्लू वैक्सीन, फ्लूजेन कंपनी की फ्लू वैक्सीन एम2एसआर के आधार पर विकसित किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है फ्लू की एमटूएसआर वैक्सीन यूनिवर्सिटी आफ विस्कांसिन-मैडीसन के वाइरोलाजिस्ट और वैक्सीन निर्माता कंपनी फ्लूजेन के संस्थापकों योशिरो कावाओका व गैब्रियेल न्यूमैन ने ईजाद की थी। इस वैक्सीन के विभिन्न परीक्षणों में तीन से छह माह का वक्त लग सकता है। एक बार तैयार होने के बाद इस वैक्सीन की एक बूंद कोरोना मरीजों की नाक में डाली जाएगी। यह वैक्सीन मनुष्यों के लिए पूरी तरह सुरक्षित होने वाली है।

भारत बायोटेक ने बताया कि कोरोफ्लू नाक की वैक्सीन इस साल के अंत तक मानव परीक्षण के लिए तैयार होने की उम्मीद है। अमेरिका में अक्तूबर तक इसका मनुष्यों पर परीक्षण होगा। इसके बाद भारत बायोटेक कंपनी भी कुछ परीक्षण करेगी। परीक्षण सफल रहने पर कंपनी 30 करोड़ खुराक का उत्पादन करेगी। गौरतलब हो कि अभी तक कोई भी देश या संस्था इस जानलेवा वायरस से लड़ने के लिए कोई वैक्सीन तैयार नहीं कर पाया है। दुनियाभर की कंपनियां कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगी हुई है। यहां तक की दुनिया का सबसे ताकतवार देश अमेरिका में भी वैक्सीन अभी परीक्षण चरण में ही है।

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