जहां आत्मानंद स्कूल खुले हैं वहां बनेंगे हॉस्टल, फिलहाल के लिए आदिवासी युवाओं को फाइनेंस कर बच्चों को पहुंचाने बस की दी जाएगी सुविधा
रायपुर: चित्रकोट विधानसभा के बड़े किलेपाल में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जब भेंट मुलाकात के लिए पहुंचे तो सबसे पहले यहां आयोजित हाट बाजार देखने आये। हाटबाजार से जैसे ही मुख्यमंत्री गुजरे। दुकानदार बसंत राय ने उन्हें आवाज लगाई – कका, काकी के लिए बिंदी लेते जाइये। मुख्यमंत्री ने कहा- दिखाओ क्या क्या रखे हो, फिर उन्होंने बिंदी खरीद ली।
भेंट मुलाकात के दौरान इसका जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे आप लोगों ने आज हाट बाजार से बहुत सी चीजें खरीदी हैं। उसी तरह मैंने भी अपनी पत्नी के लिए आज बाजार से बिंदी, सिंदूर खरीदा है। स्थानीय लोगों ने उन्हें पारंपरिक पटका, कलगी और महुआ की माला पहनाई। हाट बाजार में मुख्यमंत्री ने मोबाइल मेडिकल यूनिट देखी जिससे ग्रामीणों का इलाज हो रहा है। यहां उन्होंने उपलब्ध दवाइयों की जानकारी ली, चिकित्सकों से यहां हो रहे इलाज के बारे में पूछा। चिकित्सकों ने बताया कि जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए सांगा जान नाम से योजना चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस पहल की प्रशंसा की।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों में हास्टल की भी होगी सुविधा, फिलहाल बच्चों के आने जाने बस हेतु आदिवासी युवकों को किया जाएगा फाइनेंस- मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल तेजी से खुल रहे हैं। इनमें हास्टल का इंतजाम भी किया जाएगा। इसके निर्माण पूरा होने तक बच्चों को आने जाने की सुविधा मिल सके, इसके लिए बस आदि का इंतजाम करेंगे। बस के लिए आदिवासी युवकों को फाइनेंस किया जाएगा।