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अन्तरराष्ट्रीय फोन कॉल रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए छापामारी

अन्तरराष्ट्रीय कॉल रैकेट का खुलासा करने के लिए यूपी एटीएस ने दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में छापा मारकर 78 सिम वाले छह सिम बॉक्स बरामद किये है।

लखनऊ। अन्तरराष्ट्रीय फोन कॉल रैकेट की तह तक पहुंचाने का प्रयास कर रही यूपी एटीएस (आतंकवाद निरोध दस्ता ) ने बुधवार को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में छापा मारकर छह सिम बॉक्स बरामद किये है, इनमें 78 सिम लगे थे। जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की उम्मीद जतायी जा रही है।

आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने सेना, पुलिस और दूरसंचार विभाग के टर्म सेल के संयुक्त अभियान में अन्तराष्ट्रीय फोन कॉल रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरोह संचालन की कमान गुलशन कुमार, शिवेन्द्र, श्याम बाबू उर्फ वीरू के पास थी। इनके कब्जे से तीन लैपटाप, 12 सिम बाक्स, 87 सिम, 25 मोबाइल फोन, डाटा कार्ड और अन्य सामग्री बरामद हुई थी।

पूछताछ के बाद एएसपी राजेश साहनी के नेतृत्व में गई टीम ने शाहजहांपुर के घंटाघर स्थित नाथ टॉवर के निकट साइबर नेट डॉट काम कंपनी पर छापा मारकर सुमित सिंह निवासी खेड़ा अजमत थाना शाहाबाद जिला हरदोई, प्रद्युम्न निवासी यूनिटी सिटी कुर्सी रोड लखनऊ और अभय कुमार निवासी राजाजीपुरम लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे पूछताछ के बाद एटीएस ने गिरोह के मुख्य सरगना गुलशन कुमार समेत लोगों को सात दिनों की पुलिस अभिरक्षा रिमांड पर लिया और बुधवार को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में छापा मार कर 6 सिम बॉक्स बरामद किये। एटीएस के प्रवक्ता ने बताया कि गुलशन ने अवैध एक्सचेंज के उपकरण एफआइआइटी-जेईई के कार्याल के बिजली स्टोर में लगा रहे थे। ध्यान रहे गुलशन इस कंपनी में तकनीकी प्रबंधक के रूप में काम करता रहा है। एसटीएस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है। एटीएस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। केन्द्रीय एजेंसियों के अधिकारी भी आरोपितों से पूछताछ कर रहे है।

क्या करता यह गिरोह

जांच अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह विदेश से भारत में सस्ते फोन काल करने के लिए समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाते थे। इसके अंतर्गत विदेश में बैठा व्यक्ति भारत को इंटरनेट कॉल करता है और सिम बाक्स के माध्यम से वायस काल में बदलकर (भारत के जिन नंबर पर) विदेश में बैठा व्यक्ति बात करना चाहता है उसे बात करा जी जाती है। स्क्रीन पर विदेशी नंबर की जगह हिंदुस्तान का ही नंबर दिखता है। इससे भारत की सुरक्षा को खतरा पहुंचने के साथ करोड़ों रुपये की भारतीय टेलीफोनिक अर्थव्यवस्था की चोरी होती है।

इंटरनेट से लैंडलाइन या मोबाइल पर कॉल वैध नहीं

दूर संचार विभाग के टर्म सेल के अधिकारियों का कहना है कि भारत में इंटरनेट से किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन पर कॉल वैध नहीं है। जो भी कॉल होगी वह भारत सरकार के नियमों के शर्तों के अधीन होनी चाहिए। उनका कहना है कि अगर कोई करीबी या रिश्तेदार विदेश में है और वहां से फोन करे और स्क्रीन पर भारतीय नंबर दिखे तो देशहित और सुरक्षा के लिए इसकी शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने इसके लिए टोल फ्री नंबर- 1800110420 दिया है।

कई जिलों में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज

एटीएस के आइजी असीम अरुण के मुताबिक छानबीन में पता चला है कि लखनऊ, सीतापुर और हरदोई समेत कई जिलों में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चल रहे हैं। इस गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त करने का अभियान चल रहा है।

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