राष्ट्रीय

कुवैत में राजस्थान के 400 से ज्यादा वर्कर्स गिरफ्तार

दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ newborn-animals-taken-illegally-arrested-nine-568cbf03f34df_lराजस्थान के रहने वाले 400 से ज्यादा वर्कर्स को कुवैत पुलिस ने वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों के पास खादिम वीजा(डोमेस्टिक एम्पलॉयमेंट वीजा) था। यह वीजा उन्हें बतौर घरेलू नौकर काम करने की अनुमति देता है। लेकिन ये वर्कर कथित तौर पर फैक्ट्री और अन्य कमर्शियल जगहों पर नियमों का उल्लंघन करते हुए काम कर रहे थे। ऐसा दूसरी बार हुआ है कि राजस्थान के रहने वाले इतनी सारे वर्कर्स को कुवैत पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले करीब तीन सौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

1100 को लिया था हिरासत में

वीजा नियमों के उल्लंघन को लेकर कुवैत पुलिस ने बुधवार को एक अभियान चलाया था, इसके तहत पुलिस ने करीब 11 सौ वर्कर्स को अपनी हिरासत में लिया था। इनमें से पुलिस ने 700 को कागजातों की तहकीकात के बाद छोड़ दिया था, लेकिन 400 वर्कर्स अभी भी पुलिस की कस्टडी में हैं। उन्हें एम्पलॉयमेंट वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक जो वर्कर्स पुलिस की हिरासत में हैं, उन्हें जल्द ही भारत भेज दिया जाएगा।

इन जिलों के ज्यादात्तर वर्कर्स

गिरफ्तार किए गए अधिकत्तर वर्कर्स चितौडग़ढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के रहने वाले हैं, इनमें से ज्यादात्तर डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले के पास मौजूद वांगड़ क्षेत्र के हैं। बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ के हजारों लोग कुवैत के इश्तीकलाल, हजावी और खैथान क्षेत्र में काम करते हैं। कुवैत की कुछ प्लेसमेंट एजेंसियों ने भी सोशल मीडिया पर भारी संख्या में वर्कर्स को गिरफ्तार करने की खबरे अपडेट की है।

क्या है खादिम वीजा की कहानी?

लोग खादिम वीजा पर कुवैत इसलिए जाते हैं क्योंकि यह अन्य वर्क वीजा से सस्ता पड़ता है। लेकिन ये लोग वहां पहुंचने के बाद नियमों का उल्लंघन करते हुए फैक्टी और अन्य कमर्शियल जगहों पर काम करना शुरू कर देते हैं। कई लोगों के साथ इन मामलों में एजेंट भी धोखाधड़ी करते हैं। खादिम वीजा पर कुवैत जाने वाले लोगों को वहां पहुंचने के बाद पता लगता है कि उनके साथ धोखा हुआ है। उन्हें पहले एजेंट अच्छी सैलरी और अच्छा काम ऑफर करते हैं, लेकिन वहां जाकर उनसे केवल सफाई का काम कराया जाता है।

Related Articles

Back to top button