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कैंसर की दवा ओगिवरी को मिली अमेरिकी एफडीए की मंजूरी

नई दिल्ली : अमेरिकी दवा कंपनी मायलन और बेंगलुरु की कंपनी बायोकॉन की साझेदारी में आ रही दिक्कतें अब दूर होती दिखाई दे रही हैं। यूएस एफडीए ने मायलन की कैंसर दवा ओगिवरी को मंजूरी दे दी है। ओगिवरी रॉशे की कैंसर दवा हरसेप्टिन का बायोसिमिलर है और इसे बायोकॉन के साथ मिलकर विकसित किया गया है। बायोकॉन को अमेरिकी बाजार में अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। वायोकान की प्रबंध निदेशक किरन मजूमदार शा ने कहा हमारे बायोसिमिलर ट्रैस्टिजमाब को मिला अमेरिकी एफडीए अप्रूवल हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है।

अमेरिकी एफडीए की मंजूरी के बाद ओगिवरी को अमेरिका में बेचा जा सकेगा। ओगिवरी स्तन कैंसर और पेट के कैंसर की दवा है। बायोसिमिलर दवाओं का असर इनोवेटर वर्जन जैसा ही होता है। दुनियाभर में हर साल 3.16 अरब डॉलर की सेल्स वाली ट्रैस्टिजमाब की बिक्री 2020 तक 10 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। खबरों की मानें तो एनालिस्टों ने बताया कि अमेरिकी एफडीए के अप्रूवल से मायलन की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी क्योंकि उसके पास अमेरिका में यह दवा बेचने के एक्सक्लूसिव राइट्स हैं, जबकि बायोकॉन की कॉम्प्लेक्स दवाओं के बाजार में पैर जमाने का सपना सच होने जैसा होगा।
एनालिस्टों ने बताया भारतीय बाजार ने कंपनी की दवा को मंजूरी मिलने का अनुमान महीनों पहले लगा लिया था। अब कंपनी के शेयरों में तेज उछाल आने की संभावना है। बायोकॉन की प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ ने बताया कि हमारे बायोसिमिलर ट्रैस्टिजमाब को मिला अमेरिकी एफडीए का अप्रूवल असल में हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। इसके बाद हम दुनिया के प्रमुख बायोसिमिलर प्लेयर्स की कतार में ला खड़ा किया है। इससे करोड़ों मरीजों को फायदा मिलेगा।

 

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