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क्या आप जानते हैं ? शॉपिंग और फैमिली के बीच होता है खास कनेक्शन

untitled-1_146234009छुट्टियां और शॉपिंग का रिलेशन ऐसा है जैसे बच्चों का खिलौनों के साथ होता है। यानी अगर बच्चा है तो उसे खिलौना चाहिए ही। उसी तरह छुट्टियां शॉपिंग बिना अधूरी-सी लगती हैं। शॉपिंग का एक फायदा फैमिली बॉन्डिंग भी है। शॉपिंग के बहाने फैमिली के साथ वक्त बिताने, एक-दूसरे को समझने और पसंद-नापसंद जानने का भी मौका मिलता है, जो रूटीन लाइफस्टाइल में पॉसिबल नहीं हो पाता। मेट्रो सिटीज में प्रोफेशनल्स वीकएंड पर फैमिली के साथ शॉपिंग को इसी वजह से प्रेफरेंस भी देते हैं। शॉपिंग के बहाने आप अपनों की नाराजगी भी दूर कर सकते हैं और उनके नज़दीक भी पहुंच सकते हैं।
 
 शॉपिंग करें,तनाव भागेगा
तनाव आज की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। अगर आपको शॉपिंग का शौक है तो आप अपने इस शौक का इस्तेमाल तनाव भगाने के हथियार के रूप में कर सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप तनाव में हैं तो खाली बैठने से बेहतर है कि आप खुद को किसी भी ऐसी एक्टिविटी में व्यस्त रखें जिसमें आपकी रुचि हो। शॉपिंग से आप अपनी पॉजिटिविटी को बाहर ला सकेंगी और निगेटिविटी पर कंट्रोल कर सकेंगे।
 
शॉपिंग है बेहतर टाइमपास
ऑफिस की छुट्टियां हैं, घर के सारे काम भी पूरे हो चुके हैं, बच्चे भी घर पर हैं, तो अब क्या किया जाए? ऐसे में शॉपिंग सबसे बेहतर ऑप्शन हो सकता है, जिससे वक्त भी आसानी से कट जाएगा। अगर कोई चीज ज्यादा पसंद आ जाएगी तो उसे खरीद भी लेंगे और फैमिली में सबकी जरूरतें भी पूरी हो जाएंगी।
 
इट्स फैमिली टाइम
पूरे हफ्ते जॉब, टारगेट का टेंशन, मीटिंग, कॉन्फ्रेंस आज प्रोफेशनल्स की रूटीन लाइफ का हिस्सा है। ऐसे में वे चाहकर भी फैमिली को वक्त नहीं दे पाते। आपका लगातार बिजी रहना धीरे-धीरे ये तनाव का कारण बनता है, जिससे और भी समस्याएं शुरू हो जाती है। समय न दे पाने के चलते छोटी-छोटी बातें कब बड़ी हो जाती हैं और कलह का कारण बन जाती हैं पता ही नहीं चलता। इनसे निबटने का सबसे अच्छा तरीका शॉपिंग है, वो भी फैमिली के साथ।
फैमिली के साथ शॉपिंग के फायदे-
-अगर आप नोटिस करें, तो पाएंगे कि फैमिली के साथ शॉपिंग करते वक्त आपका मूड भी अच्छा रहता है और आप खुद को फैमिली के ज्यादा नजदीक पाते हैं। उनकी जरूरतों को समझते हैं, एक तरह का जिम्मेदारी का अहसास भी होता है।
-शॉपिंग के बाद फैमिली के साथ कहीं बाहर लंच या डिनर करना भी अच्छा आइडिया है, इससे पूरी फैमिली के साथ वक्त बिताने का मौका मिल जाता है।
– फैमिली के साथ वीकएंड पर शॉपिंग से आप अपने रिलेशन्स में फ्रेश एनर्जी फील करेंगे।
– फैमिली शॉपिंग इमोशनल लेवल पर भी आपको स्ट्रांग करती है और प्रोफेशनल लेवल पर भी।
 
एक और खास बात, खुद के लिए शॉपिंग करने की तुलना में अगर आप अपने किसी नज़दीकी के लिए शॉपिंग करते हैं, तो इससे न सिर्फ आपको खुशी मिलती है, बल्कि आपकी रिलेशन बॉन्डिंग भी काफी स्ट्रांग होती है। आज़मा कर देखिए। अपने किसी नज़दीकी (जो आपकी वाइफ, हसबैंड, बच्चे कोई भी हो सकता है) के लिए शॉपिंग करने जाएं, आपका एनर्जी लेवल काफी हाई होगा और इमोशनल अटैचमेंट भी दिखेगा। जिसके लिए शॉपिंग कर रहे हैं उसके चेहरे पर पसंदीदा चीज़ मिलने की खुशी आपको भी खुश कर देगी।
 
अब बात करते हैं शॉपिंग की कैसे जाए। तो इसके लिए आपके पास दो ऑप्शन हैं- ऑनलाइन या ऑफलाइन। आप कहेंगे ऑनलाइन शॉपिंग सस्ती और फायदेमंद है, कहीं आना-जाना भी नहीं पड़ता, लेकिन कई मायनों में ऑफलाइन शॉपिंग के भी फायदे हैं। आइए जानते हैं-
 
सबसे पहले-फैमिली का साथ कहां?
मान लीजिए आपको बच्चों की जरूरत का सामान खरीदना है, तो ऑनलाइन शॉपिंग में आप उसे देखेंगे, सिलेक्ट करेंगे, पेमेंट करेंगे और सामान घर आ जाएगा, लेकिन इस पूरे प्रोसेस में बच्चे और उनकी पसंद कहीं नहीं। आपका फैसला और शॉपिंग वेबसाइट पर भरोसा ही बच्चों की जरूरत पूरी कर देता है। इसकी जगह अगर आप बच्चों को लेकर उनकी जरूरत का सामान खरीदने जाएं, तो न सिर्फ उनकी पसंद को महत्व मिलेगा, बल्कि उन्हें खुद अपना सामान चुनने की खुशी भी होगी। जो शायद आपके लिए कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है।
 
खुद खरीदारी का अपना मज़ा
फिजिकल शॉपिंग में सामान कैसा है, क्वालिटी खराब तो नहीं, आप खुद देख-समझ कर तय करते हैं और उसके बाद खरीदते हैं। अलग-अलग शॉप्स या मॉल में जाकर अपनी पसंद का सामान खोजने और मिल जाने पर उसे खरीद लेने का अपना मज़ा है, जो कहीं और नहीं मिलेगा।
 
बार्गेन कर सकते हैं-
अगर आप कोई सामान बाज़ार से खुद खरीदने जाएं, तो हो सकता है कि वह और सस्ते में मिले क्योंकि वहां आप खुद सामान की क्वालिटी देखकर बार्गेन कर सकते हैं। आप खुद तय करते हैं कि आपको क्या और कितना चाहिए।
 
फ्रॉड से नहीं गंवाने होंगे पैसे –
ऑनलाइन फ्रॉड इन दिनों काफी हो रहा है, इससे बचने के लिए फिजिकल शॉपिंग ही बेस्ट आइडिया है। आजकल ज्यादातर दुकानों, सभी स्टोर्स और मॉल्स में कार्ड पेमेंट की सुविधा मौजूद रहती है, इसलिए फिजिकल शॉपिंग में आप किसी भी तरह के फ्रॉड से सुरक्षित रहते हैं और आपका पैसा भी।
 
लाइफस्टाइल पर असर-
अगर आप फैमिली के साथ शॉपिंग के लिए मार्केट जाते हैं तो इससे कहीं न कहीं आपकी लाइफस्टाइल भी अपग्रेड होती है। इसके लिए यह तय करना जरूरी है कि आप क्या खरीद रहे हैं। घर की छोटी-बड़ी जरूरत का सामान, राशन, सब्जियां तो आप आमतौर पर खरीदते ही होंगे लेकिन कपड़े, फर्नीचर या इंटीरियर डेकोरेशन की शॉपिंग आपके सोशल स्टेट्स को भी बढ़ाती है। इसके और भी फायदे हैं, जैसे-
 
– छुट्टियों में फैमिली शॉपिंग का क्रेज पिछले कुछ अरसे में ट्रेंड बनता जा रहा है। परिचितों, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने का बेहतर मौका भी है शॉपिंग टाइम।
– शॉपिंग में आपके साथ मौजूद बच्चे भी अपनी पसंद-नापसंद बताते हैं, जिससे उनकी थिंकिंग क्लीयर होती है और बॉन्डिंग स्ट्रांग होती है।
– जब आप शॉपिंग के लिए शॉप या मॉल पर जाते हैं, तो मार्केट में आए नए ट्रेंड, डिजाइन और वैराइटीज़ की जानकारी आपको मिल जाती है, जो आमतौर पर ऑनलाइन शॉपिंग में नहीं मिलती।
कब और कैसे करें शॉपिंग
 
– असली शॉपिंग सेल के सीजन में ही करें। अपने मनपसंद स्टोर में जाकर उन सब चीजों की लिस्ट बना कर पहले से रखें, जिन्हें आप वाकई खरीदना चाहते हैं। जैसे ही सेल सीजन शुरू हो, अपनी शॉपिंग भी शुरू कर दें। सेल सीजन की खासियत यह है कि आप उतने ही पैसे में कहीं ज्यादा शॉपिंग कर सकते हैं। साथ ही आपको सामान की क्वालिटी की चिंता करने की भी कोई जरूरत नहीं होगी।
– हर सप्ताह थोड़ी-बहुत शॉपिंग करने से बचते एक बार में सारा सामान खरीदें। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि आपको डिस्काउंट और आकर्षक ऑफर भी मिलेंगे।
– शॉपिंग के लिए जाने से पहले बजट तय कर लें और साथ कार्ड की जगह कैश लेकर जाएं। इसका फायदा ये होगा कि आप वही सामान खरीदेंगे, जिसकी आपको जरूरत है। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत जरूरत होने पर ही करें।
– आपको एक की जरूरत है, पर आप दो खरीद लाती हैं। दरअसल, परेशानी का कारण यही है। ऐसा तब होता है जब आपकी शॉपिंग प्लान न हो। इससे बचने के लिए आपको न सिर्फ शॉपिंग लिस्ट बनाना चाहिए, बल्कि उसी के मुताबिक शॉपिंग भी करनी चाहिए।
 

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