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टीम इंडिया के लिए खुशखबरी: स्मिथ, वॉर्नर, बेनक्रॉफ्ट पर रहम नहीं, सजा रहेगी बरकरार

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और केमरून बेनक्रॉफ्ट की सजा बरकरार रखेगा. जिसका मतलब है कि तीनों को अपने पूर्ण प्रतिबंधों को पूरा करना होगा. स्मिथ-वॉर्नर-बेनक्रॉफ्ट पर दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में मार्च में खेले गए टेस्ट मैच में गेंद से छेड़छाड़ के कारण प्रतिबंध लगा था.

टीम इंडिया के लिए खुशखबरी: स्मिथ, वॉर्नर, बेनक्रॉफ्ट पर रहम नहीं, सजा रहेगी बरकरारस्मिथ और वॉर्नर पर सीए ने एक-एक साल का प्रतिबंध लगाया था, तो वहीं बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का बैन है. बेनक्रॉफ्ट तो इस साल दिसंबर में वापसी कर लेंगे, लेकिन स्मिथ और वॉर्नर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए मार्च 2019 तक इंतजार करना होगा.

इस मामले की जांच के लिए गठित की गई स्वतंत्र समिति ने विवाद के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की हर हाल में जीत हासिल करने की संस्कृति को जिम्मेदारी ठहराया था. समिति की रिपोर्ट के बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) ने सीए से खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की थी.

इन खिलाड़ियों के प्रतिबंध में रियायत करनी है या नहीं, इस मुद्दे पर सीए ने टेलीफोन के माध्यम से चर्चा के बाद फैसला किया. स्मिथ और वॉर्नर इस समय अपने प्रतिबंध के आठवें महीने में हैं, जबकि बेनक्रॉफ्ट का प्रतिबंध दिसंबर में समाप्त हो जाएगा.

सीए के अंतरिम चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा, ‘हमारा मानना है कि खिलाड़ियों पर लगे प्रतिबंध को कम करने की चर्चा तीनों खिलाड़ियों और ऑस्ट्रेलिया टीम पर दबाव बना सकती है. ऐसे में सीए प्रतिबंध को कम करने का इरादा नहीं रखता है.’ एडिंग्स का यह मानना है कि इस फैसले से एसीए को निराशा हो सकती है. खिलाड़ियों के प्रतिबंध को कम करने का प्रस्ताव रखने के लिए सीए उनका शुक्रगुजार है.

तीनों निलंबित खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में ग्रेड क्रिकेट में सक्रिय हैं. स्मिथ और वॉर्नर ने कुछ घरेलू टी -20 लीग में भी भाग लिया है. 2018 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की जीत की दर काफी खराब रही है, इसके बावजूद स्मिथ और वॉर्नर को कोई रियायत नहीं दी गई.

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