दस्तक-विशेषलखनऊ

धनतेरस पर जमकर हुई खरीदारी

diwaliलखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। धनतेरस यानी धनवंतरि जयंती के साथ शुक्रवार को पांच दिवसीय पंचदीप पर्व का आगाज हो गया। यहां के बाजारों में रौनक है। दुकानें दुल्हन की तरह सजी हैं। कारोबारियों के यहां ग्राहकों के रूप में महालक्ष्मी धनतेरस पर खूब धन बरसा रही हैं, वहीं ग्राहक सुख-समृद्धि की कामना से भगवान धनवंतरि की पूजा कर दीपावली के दिन मां लक्ष्मी के स्वागत की तैयारी में हैं। उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, कानपुर, आगरा, झांसी सहित पूरे राज्य में धनतेरस त्योहार की धूम है। सराफा से बर्तन बाजार और कार से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार तक में रौनक छाई हुई है। तमाम प्रतिष्ठानों व कंपनियों ने तरह-तरह की छूट देकर लोगों को अच्छी तरह रिझाने का प्रयास किया है। दाम में भारी छूट  कई चक्रों में भुगतान करने की सुविधा सहित एक सामान की खरीद पर एक या दो सामान फ्री जैसे ऑफर उपभोक्ताओं को स्वत: ही बाजार की तरफ खींचकर ला रहे हैं। सर्राफा व्यवसायियों के मुताबिक प्रदेश भर में आज लगभग 1000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। ग्राहकों ने सोने-चांदी अन्य कीमती धातुओं आभूषणों के अलावा रोजाना प्रयोग में आने वाले बर्तनों, फर्नीचरों या इलेक्ट्रानिक्स सामान की जमकर खरीदारी की। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस त्योहार मनाया जाता है। इस दिन से ही पंच दिवसीय पंचपर्व शुरू होता है जो भाई दूज के साथ समाप्त होता है। पंडितों के अनुसार इस साल पंचदीप पर्व की शुरुआत हस्त नक्षत्र व अमृत योग से हो रही है इसमें यम-नियम से मां लक्ष्मी का स्मरण करने से भक्तों के घर से दरिद्रता दूर होने के साथ धन-धान्य की बढ़ोतरी होने की संभावना रहती है। शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन ही भगवान धनवंतरि हाथों में स्वर्ण कलश लेकर सागर मंथन से उत्पन्न हुए थे। धनवंतरि ने कलश में भरे हुए अमृत से देवताओं को अमर बना दिया। धनवंतरि के उत्पन्न होने के दो दिनों बाद देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इसलिए दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस त्योहार मनाया जाता है।

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