जीवनशैली

बच्चों के एग्जाम स्ट्रेस को पैरंट्स यूं करें छूमंतर


जीवनशैली : साल का वह समय आ गया है जब पैरंट्स को अपने बच्चों की एकस्ट्रा केयर करनी होगी, उनके पीछे दूध से भरा गिलास और हेल्दी फूड लेकर दौडऩा पड़ेगा और बच्चे ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई करते नजर आएंगे क्योंकि अभी चल रहा है एग्जाम टाइम। एग्जाम के समय बच्चों के दिमाग पर काफी दबाव होता है वे सबकुछ अकेले मैनेज नहीं कर पाते। ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता उनकी मदद करें। हम आपको बता रहे हैं वे 7 असरदार तरीकों जिन्हें फॉलो कर आप बच्चों के एग्जाम स्ट्रेस को दूर करने के साथ-साथ खुद भी टेंशन-फ्री हो सकते हैं…
दिमाग शांत रखें : आपका दिमाग जितना शांत होगा आप उतने ही अधिक स्पष्ट तरीके से सोच पाएंगे और अपने बच्चे को स्ट्रेस-फ्री होने में मदद कर सकेंगे। अगर आप खुद पैनिक और नर्वस रहेंगे तो बच्चे पर और ज्यादा दबाव बनेगा। इसलिए दिमाग को शांत रखें और घबराएं नहीं। इससे बच्चा रिलैक्स होकर पढ़ाई कर सकेगा।

बच्चे की तुलना करना बंद करें : पैरंट्स की सबसे बड़ी गलती होती है जब वे अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से करते हैं या स्कोर को लेकर दूसरे बच्चे की तारीफ करते हैं और अपने बच्चों को डाटते हैं। ऐसा करने से बच्चे का आत्मविश्वास कम होता है। इसलिए दूसरे से तुलना कर बच्चे के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने की बजाय उन्हें मोटिवेट करें और हमेशा उनके साथ खड़े रहें।
डिस्ट्रैक्ट होने से बचाएं : बच्चों को फोकस करने पर लेक्चर देने की बजाय आप भी उनके साथ बैठें और फोकस करें। बच्चे को समझाएं कि कुछ डिस्ट्रैक्शन अगर हटा दिया जाए तो तुम अच्छे ग्रेड्स पा सकोगे। इन डिस्ट्रैक्शन में मुख्य रूप से शामिल हैं स्मार्टफोन,सोशल मीडिया आदि।
साथ रहें लेकिन हमेशा मंडराएं ना : पैरंट के तौर पर आप अपने बच्चे के सबसे बड़े सपॉर्ट सिस्टम की तरह होते हैं। अगर वे आपको हमेशा खुद के आसपास पाएंगे तो रिलैक्स होकर पढ़ाई करेंगे साथ ही अगर पढ़ते वक्त कोई कन्फ्यूजन हुआ तो वे आपसे आसानी से क्लियर कर सकते हैं। लेकिन हमेशा उनके आगे-पीछे मंडराएं नहीं, इससे बच्चा चिढ़ सकता है

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