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बारम्बार हार से श्रीलंकाई क्रिकेट फैंस निराश हैं, क्या होगा आगे

श्रीलंका क्रिकेट टीम के हाल में हुए लचर प्रदर्शन से श्रीलंकाई क्रिकेट में भूचाल आया हुआ है। श्रीलंकाई टीम के इस कमजोर प्रदर्शन के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी गई है। श्रीलंका के खेल मंत्री दयासिरी जयशेखरा ने कहा है, ‘हमने पूर्व खिलाड़ियों, कप्तानों, पूर्व चयनकर्ताओं, कोचों, विशेषज्ञों, प्रांतीय क्रिकेट आयोजकों और मीडिया को आमंत्रित किया है जो टीम के खेल में सुधार लाने के लिए अपने-अपने सुझाव देंगे।’ 

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बारम्बार हार से श्रीलंकाई क्रिकेट फैंस निराश हैं, क्या होगा आगेलगातार मिल रही हार से न सिर्फ श्रीलंकाई क्रिकेट फैंस निराश हैं, बल्कि टीम मैनेजमेंट की आपसी खींचतान भी बार-बार खुलकर सामने आ रही है।

श्रीलंकाई टीम के अंतरिम कोच निक पोथस ने तो भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच में मिली हार के बाद टीम के चयन के तरीकों पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। पोथस ने माना कि इस वक्त टीम बुरे दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे टीम की तैयारियों और मैनेजमेंट में जरूरत से ज्यादा दखल देने वाले लोग जिम्मेदार हैं।

आपको बता दें कि श्रीलंकाई टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा समय में श्रीलंका सरकार में मंत्री अर्जुन रणतुंगा बार-बार श्रीलंका की हार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उनके अलावा अन्य पूर्व खिलाड़ियों पर भी श्रीलंकाई क्रिकेट में हस्तक्षेप के आरोप लग रहे हैं। हालांकि, पोथस ने ताजा बयान में कहा कि जल्द ही टीम मैदान पर पुराने अंदाज में वापसी करेगी। बताया जा रहा है कि श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के कहने पर उन्होंने यह कदम उठाया है।

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पोथस ने श्रीलंकाई क्रिकेट में उपजे विवाद के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। इससे पहले उन्होंने टीम सेलेक्शन में चीफ सेलेक्टर सनत जयसूर्या और टीम के क्रिकेट मैनेजर अशंका गुरुसिना के दखल पर भी सवाल उठाए थे।

पोथस के बयान के बाद श्रीलंका के वनडे कप्तान उपुल थरंगा ने मीडिया के सामने आकर अपनी टीम का बचाव किया। उन्होंने कहा कि भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमें भी बुरे दौर से गुजर चुकी हैं। ऐसे में उनकी टीम का भी बुरा दौर चल रहा है, जो जल्द ही बीत जाएगा। 

हो सकता है कि इस हार के बाद श्रीलंकाई क्रिकेट प्रबंधन को ही बदल दिया जाए। श्रीलंकाई क्रिकेट में टेस्ट और वनडे कप्तान तो बदल ही चुके हैं, लेकिन उससे टीम के प्रदर्शन पर खास असर नहीं दिख रहा है।

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