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भेद-भाव का शिकार हुई सपना चौधरी, किए कई खुलासे

नई दिल्ली। सपना चौधरी को लोग देसी क्वीन, डांसिंग क्वीन के नाम से पुकारते हैं. बाहर से देखने में भले ही सब अच्छा लगता हो, लेकिन सपना चौधरी की मानें तो वह आज भी एंटरटेनमेंट की दुनिया (entertainment industry) में संघर्ष कर रही हैं. उन्होंने खुद के साथ हुए भेद-भाव पर बड़ा खुलासा(Big disclosure on discrimination) किया है.

हाल ही में एक इंटरव्यू में सपना चौधरी ने एंटरटेंमेंट इंडस्ट्री (entertainment industry) में होने वाले पक्षपात और उनके साथ हुए व्यवहार पर से राज खोला है. सपना चौधरी ने बताया कि वह हिंदी इंडस्टी काफी समय से पूर्वाग्रह का सामना कर रही हैं.

सपना चौधरी ने कहा, ‘मैं इस साल इंडस्ट्री में 15 साल पूरे करूंगी. मैं एक हिंदी फिल्म या टीवी शो में अभिनय करना चाहती हूं, लेकिन मुझे लगता है कि मैं रीजनल इंडस्ट्री (हरियाणा) से हूं, इसलिए मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर नहीं मिलता है. मैं त्वचा को दिखाने वाले कपड़े नहीं पहनना चाहती और मैं धड़ाधड़ इंग्लिश नहीं बोल सकती, जो कई बार करियर में रोड़ा बन जाती है. साथ ही, मेरा कोई गॉडफादर नहीं है और यह एक और कारण है कि मैं हिंदी इंडस्ट्री में एक ब्रेक पाने के लिए संघर्ष कर रही हूं.’

वह कहती हैं कि कई बार डिजाइनर्स ने शो के लिए उनके कपड़े बनाने से इनकार कर दिया है. वह बताती हैं, ‘मैंने जो देखा है वह यह है कि मुंबई में लोग आपसे तभी बात करेंगे जब उन्हें आपके साथ कुछ काम होगा. इंडस्ट्री ऐसे लोगों से भरी हुई है जो लगातार जज करते हैं और कई बार ऐसा भी हुआ है जब मुझे डिजाइनरों से ड्रेस नहीं मिली क्योंकि मैं कौन हूं. मुझे नहीं पता कि मैं इतने लंबे समय तक कैसे फैंस के दिलों में कैसे बनी रह सकी.’

इस बीच वह एक एक्ट्रेस बनने और जल्द ही एक रोल हासिल करने के अपने सपने को पूरा करने की उम्मीद कर रही हैं. तब तक वह अपने डांस से खुश हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं आज जो कुछ भी हूं अपने डांस शोज की वजह से हूं. डांस मेरा पहला प्यार है और रहेगा. ऐसा नहीं है कि मेरा डांस खत्म हो गया है, लेकिन मैं अन्य चीजों को भी एक्सप्लोर करना चाहती हूं. मुझे उम्मीद है कि मुझे जल्द ही कुछ मिलेगा.’

वह ‘बिग बॉस 11’ का हिस्सा थीं और उनका कहना है कि रियलिटी शो करने के बाद उनके जीवन में कुछ खास नहीं बदला. ‘लोगों को लगता है कि शो करने के बाद कंटेस्टेंट बड़ी हस्ती बन जाते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. गेम जीतने के लिए लोग घर में गलत व्यवहार करते हैं! मैं एक निश्चित तरीके से खेली जिसमें मैं सहज थी लेकिन कुल मिलाकर यह वास्तव में मेरे काम नहीं आया.’

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