श्रीनगर : मेजर लीतुल गोगोई जिस महिला को अपने साथ होटल ले जा रहे थे, उसने न्यायिक मैजिस्ट्रेट के सामने बताया कि वह मेजर की फेसबुक फ्रेंड है और वह अपनी मर्जी से उनके साथ जा रही थी। जबकि महिला के परिवार वालों ने एक दिन पहले ही मेजर गोगोई पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है। पिछले साल कश्मीर में पत्थरबाज को जीप से बांधकर घुमाने के बाद चर्चा में आए मेजर गोगोई बुधवार एक महिला के साथ होटेल में घुसे थे लेकिन स्टाफ के मना करने के बाद उनकी वहां कहासुनी हो गई थी। इसके बाद गोगोई को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई थी। हालांकि महिला ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत स्थानीय मैजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया कि वह मेजर की सोशल नेटवर्किंग साइट फ्रेंड है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, महिला ने मैजिस्ट्रेट से कहा कि वह अपनी मर्जी से होटल जा रही थी क्योंकि वह आर्मी अधिकारी के साथ समय बिताना चाहती थी जो उसका दोस्त है। एक अधिकारी ने बताया कि महिला बुडगाम के चेक-ए-कवूसा गांव की रहने वाली है। उसने मैजिस्ट्रेट को अपना आधार कार्ड दिखाया जिसमें उसका जन्मवर्ष 1999 लिखा हुआ था। महिला ने 10वीं तक पढ़ाई की थी और स्वयं सहायता समूह से जुड़कर काम कर रही थी। यह जांच का विषय है कि क्या वह वयस्क है, इसे दूसरे सूत्रों से पता लगाया जाएगा। महिला ने मैजिस्ट्रेट के सामने दावा किया कि वह फेसबुक के जरिए गोगोई से पहली बार संपर्क में आई थी। हालांकि उन्होंने आदिल अदनान नाम से फेसबुक अकाउंट बनाया था। एक महीने बाद उसे पता चला कि आदिल अदनान कोई और नहीं बल्कि मेजर गोगोई हैं, वह फेक पहचान का इस्तेमाल कर रहे थे। महिला ने बताया कि मेजर ने खुद अपनी पहचान बताई थी। वहीं दूसरी ओर महिला की मां नसीमा बेगम ने मेजर गोगोई पर आरोप लगाया कि मेजर पहले भी महिला के घर में बेवजह कई बार घुस चुके थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मेजर गोगोई उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए थे। उधर मेजर लीतुल गोगोई पर सेना ने सख्त रुख अख्तियार किया है। पहले सेना प्रमुख बिपिन रावत ने दो टूक कहा कि अगर मेजर गोगोई ने कुछ गलत किया है तो उन्हें उचित सजा मिलेगी। सेना प्रमुख के बयान के कुछ देर बाद ही सेना ने मेजर गोगोई के खिलाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश दे दिया और जांच के नतीजों के आधार पर उचित कार्रवाई की जायेगी।