मनोरंजन

लक्षद्वीप में गूंज रहे विरोध के स्वर, मशहूर अभिनेत्री के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज

नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में पिछले कुछ दिनों से विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। इसका कारण केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक प्रफुल पटेल द्वारा किए गए बदलावों को बताया जा रहा है। ऐसे में अब लक्षद्वीप पुलिस ने स्थानीय निवासी और मशहूर फिल्म कार्यकर्ता व अभिनेत्री आयशा सुल्ताना के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर दिया है। उनपर आरोप है कि उन्होंने प्रफुल पटेल को द्वीप के लोगों पर केंद्र द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा एक जैव-हथियार बताया है।

बीजेपी की लक्षद्वीप इकाई के अध्यक्ष सी अब्दुल खादर हाजी की शिकायत पर IPC (देशद्रोह) की धारा 124 A के तहत कवरत्ती पुलिस स्टेशन में आयशा सुल्ताना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। खादर की शिकायत में लक्षद्वीप में चल रहे विवादास्पद सुधारों पर एक बहस में आयशा ने कथित तौर पर कहा था कि केंद्र प्रफुल्ल पटेल को द्वीपों पर ‘जैव-हथियार’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस टिप्पणी का बीजेपी की लक्षद्वीप इकाई ने विरोध किया था।

आयशा सुधारों और प्रस्तावित कानून के खिलाफ अभियानों में सबसे आगे रही है, जिसने लक्षद्वीप और केरल में तूफान ला दिया है। हालांकि, आयशा ने अपने इस बयान को सही ठहराते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया कि मैंने टीवी चैनल की बहस में जैव-हथियार शब्द का इस्तेमाल किया था। मैंने महसूस किया है कि पटेल और उनकी नीतियों ने एक जैव-हथियार के रूप में काम किया है। उन्होंने कहा कि पटेल और उनके दल के कारण ही लक्षद्वीप में कोरोना भी फैला।

इसके साथ आयशा को लक्षद्वीप साहित्य प्रवर्तक संगम का समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि उन्हें देशद्रोही के रूप में चित्रित करना उचित नहीं है। उन्होंने प्रशासक के अमानवीय रवैये के खिलाफ प्रतिक्रिया दी थी। पटेल के हस्तक्षेप ने ही लक्षद्वीप को कोविड प्रभावित क्षेत्र बना दिया।

Related Articles

Back to top button