अद्धयात्म

शनि की साढ़ेसाती को ख़त्म करती है मौली, जानिए इसके चमत्कारी फायेदे…

हिन्दू धर्म में मौली को बहुत पवित्र माना जाता है, इसका उपयोग सभी प्रकार की पूजा में किया जाता है. इसे रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है. जिस किसी व्यक्ति के हाथों में मौली बंधी होती है, उसे किसी भी नकारात्मक ऊर्जा या अपवित्र शक्ति का भय नहीं होता. ये ही नहीं मौली से सम्बंधित एक उपाय ये भी है कि यह आपकी कुंडली के शनिदोष को भी दूर कर सकता है.शनि की साढ़ेसाती को ख़त्म करती है मौली, जानिए इसके चमत्कारी फायेदे...

माना जाता है कि व्यक्ति को उसके कर्मों का फल देने के लिए शनिदेव को नियुक्त किया गया है. इसलिए इन्हें कर्मफल दाता के नाम से भी जाना जाता है, जो व्यक्ति को न्यायानुसार उसके कर्मों का फल प्रदान करते है. जो व्यक्ति बुरे कर्म करता है, वह शनिदेव के दंड से भाग नहीं सकता है. जिसके कारण उसे शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या का सामना करना पड़ता है, जो बहुत ही कष्टकारी हो सकता है.

शनिदेव की साढ़ेसाती जिस व्यक्ति को ग्रषित कर लेती है, उसका जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. हमेशा कोई न कोई समस्या उसका पीछा करते रहती है. व्यक्ति की इन सभी समस्याओं व शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या को दूर करने के लिए मौली से सम्बंधित इस उपाय को कर व्यक्ति इन समस्याओं से मुक्त हो सकता है.

किसी भी शनिवार के दिन मौली को अपने शरीर के अनुसार नाप कर उसका एक टुकड़ा काट लें, अब इस टुकड़े को आम के एक हरे पत्ते पर लपेटकर इसे अपनी दोनों हथेलियों के बीच में रखकर अपनी मनोकामना इसके समक्ष प्रकट कर इसे किसी प्रवाहित नदी के जल में विसर्जित कर दें ऐसा करने से आपको आपकी समस्या से मुक्ति मिलेगी.

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